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आस्था चैनल ने शुरू की “प्रयागराज कुम्भ 2019” पर खास टीवी सीरिज देश के भक्ति के सबसे बड़े और प्रसिद्ध चैनल आस्था ने प्रयागराज कुम्भ 2019 के लिए दर्शकों के लिए दी है नई सौगात। देश और विदेश के करोड़ों दर्शक अब अपने घर बैठे बैठे ही इस विशाल कुम्भ के साक्षी बनेंगे। 1 जनवरी ेसे आस्था टीवी और आस्था भजन और आस्था के यूट्यूब चैनल पर शुरू हुई इस सीरिज में कुम्भ के हर पहलू पर विशेष प्रस्तुति पेश की जाएगी। ये शो रोजाना आस्था टीवी पर शाम 720-740 बजे और आस्था भजन चैनल पर सुबह 7-720 बजे दिखाया जाएगा।
कुम्भ की विशालता और विस्तार को ध्यान में रखते हुए आस्था का ये खास टीवी शो परंपरा, प्रथा, मान्यता, ऐतिहासिक तथ्य और विश्वास के अलावा क्षेत्रफल, पंडाल, कथा, अखाड़ा, संत और उनकी गतिविधियों को समेटेगा। इसमें कुम्भ की तैयारियों से लेकर संतों की धार्मिक और सामाजिक कार्यों को विस्तार से दिखााया जाएगा।
प्रयागराज कुम्भ 2019 में लाखों साधु संत, करोड़ों भक्त, हजारों पंडाल, सैकडों कथाओं-प्रवचनों-सत्संग, सांस्कृतिक आयोजन होंगे। आस्था के इस शो के जरिए आपको सबकुछ देखने को मिलेगा।
शो की एंकरिंग रिलीजन वर्ल्ड के संस्थापक भव्य श्रीवास्तव कर रहे हैं।
देखिए शो की झलकियां….
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आस्था ने दुनिया भर के अपने दर्शकों को पहले भी सोशल मीडिया के जरिए कुम्भ 2019 की भव्यता और दिव्यता का संदेश दिया था।
कुंभ 2019 में आने वाले श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने फैसला किया है कि मेले में उन्हीं पुलिसवालों की ड्यूटी लगाई जाएगी जो शाकाहारी हों और शराब व धूम्रपान का सेवन नहीं करते हो साथ ही साथ मृदुभाषी भी हो। इतना ही नहीं विश्व के सबसे बड़े धार्मिक मेले में ड्यूटी करने वाले इन पुलिसवालों का इंटरव्यू एसएसपी स्वयं लेंगे और उन्हें अच्छे चरित्र का प्रमाण पत्र भी देंगे।
कुंभ 2019 में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने मेले में वर्ल्ड क्लास सैनिटेशन की व्यवस्था करने की दिशा में काम शुरू किया है। कुंभ मेले में आने वाले करीब 15 करोड़ श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए शहर में साफ-सफाई को लेकर मानक भी तय किए जा रहे हैं। इसके लिए मेला क्षेत्र को पूरी तरह से खुले में शौच से मुक्त करने के लिए एक लाख 22 हजार 500 शौचालय भी बनाए जाएंगे। सभी 20 सेक्टरों में 20 हजार डस्टबिन भी लगाए जाएंगे। सफाई के लिए 40 कंपेक्टर, 120 ट्रिपर जैसे 175 वाहनों से हर घंटे कूड़ा उठाया जाएगा। वहीं मेले में सफाई के लिए विभाग 12- 12 सफाई कर्मियों के 950 गैंग होंगे। करीब 11400 सफाई कर्मचारियों राउंड द क्लाक मतलब 24 घंटे की ड्यूटी होगी। कुंभ 2019 में नेत्र कुंभ का भी आयोजन किया जायेगा जिसमें देश के जाने माने नेत्र विशेषज्ञ भी शामिल होंगे। आयोजन के दौरान श्रद्धालुओं की सेवा भाव के साथ निशुल्क जांच की जायेगी और जिन श्रद्धालुओं की आँखे कमजोर होंगी उन्हे मुफ़्त में चश्मा भी लगाया जायेगा। इस सेवार्थ नेत्र कुंभ का आयोजन सक्षम और त्रिशला फांउडेशन की ओर से किया जायेगा। कुंभ 2019 में दर्शन के लिए हेलीकॉप्टर का प्रयोग किया जायेगा, यह सुविधा सभी के लिए होगी। महाकुंभ का आकर्षण इस बार भी अखाड़ों का स्नान व शाही सवारी होंगी। इसे देखने के लिए करोड़ों श्रद्धालु और हज़ारों एनआरआई प्रागराज आ रहे हैं। प्रदेश सरकार का यह कदम कुंभ की श्रद्धा और परंपरा को आधुनिक व्यवस्था से बेहतर बनाने का एक प्रयास है। कुंभ 2019 के दौरान उत्तर प्रदेश सड़क परिवहन निगम 500 कुंभ स्पेशल भगवा बसें चलाएगा। इन बसों से यात्रा करने वालों को मुख्य स्नान पर्व के दौरान 18 दिनों तक मुफ्त यात्रा की सुविधा भी मिलेगी। कुंभ के दौरान प्रयागराज के भगवा मय माहौल में यह बसे श्रद्धालुओं को खासी सुविधा देंगी और लोगों को दिव्य कुंभ के दर्शन कराएंगी। 15 जनवरी से 4 मार्च तक इन्हीं भगवा शटल बसों को प्रयागराज के कुंभ में श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क चलाया जाएगा। कुम्भ 2019 में प्रयाग की धरती पर विदेशी कलाकार कृष्णलीला व रामलीला का मंचन करेंगे। रूस, बांग्लादेश, मलेशिया, श्रीलंका, इंडोनेशिया, थाईलैंड, सूरीनाम, फिजी (न्यूजीलैंड), त्रिनिडाड, नेपाल, कंबोडिया और मॉरीशस के कलाकार श्री राम और कृष्ण की महिमा का गुणगान करेंगे। रामलीला के लिए आने वाले विदेशी कलाकारों के लिए अलग से पंडाल बनाया जाएगा। इसके साथ ही इनके कार्यक्रम का आयोजन मेले के अलग-अलग सेक्टरों में होगा। इस रामलीला के लिए मेला क्षेत्र में पांच बड़े पंडाल बनेंगे। इन पंडालों में एक-एक हजार लोगों के बैठने की क्षमता होगी। इस साल कुंभ में दस लाख विदेशी पर्यटको के साथ-साथ तकरीबन 12 से 15 करोड़ श्रद्धालु आ सकते हैं। इस बार तीर्थयात्रियों को खिलाने का इंतजाम भी विशाल स्तर पर किया जा रहा है। कुंभ में आयोजकों की तरफ से 600 बड़ी रसोईया बनाई गई हैं ताकि खाने का इंतजाम अच्छे से हो सके। ‘क्लीन कुंभ, ग्रीन कुंभ’ अभियान के तहत सरकार ने कुंभ मेले के दौरान प्लास्टिक की जगह मिट्टी के पारंपरिक कुल्हड़ और दोना-पत्तल के इस्तेमाल को बढ़ावा देने का फैसला किया है क्योंकि मिट्टी के कुल्हड़ और दोना-पत्तल जैसी चीजों को इस्तेमाल कर फेंक देने के बाद भी इससे पर्यावरण को हानि नहीं पहुंचती हैI जनवरी 2019 से लगने वाले कुंभ मेले में श्रद्धालुओं और पर्यटकों को भीड़ से बचाकर जलमार्ग से भी लाने की तैयारी कर ली गई है। इसके साथ ही श्रद्धालुओं और पर्यटकों को प्रयागराज के आसपास के दर्शनीय स्थलों की सैर जलपोत यानि क्रूज से कराई जाएगी। इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। प्रयागराज और वाराणसी के बीच बड़े बोट और क्रूज चलाए जाने की कार्ययोजना तैयार हो चुकी है, इसके लिए यमुना और गंगा नदी में पांच-पांच अस्थाई टर्मिनल भी तैयार कर लिए गए हैं। प्राधिकरण के दो जहाज सीएन कस्तूरबा और एसएल कमला प्रयागराज पहुंच चुके हैं। सीएल कस्तूरबा की क्षमता करीब 150 यात्रियों की है। दोनों जलयान कुंभ के दौरान यात्रियों के परिवहन के काम में लाए जाएंगे, इसके साथ ही निजी क्रूज और बड़े बोट भी लाइसेंस लेकर गंगा और यमुना नदियों में चलेंगे। Aastha Like This Page · 26 December 2018 · उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में लगने वाले कुंभ मेले को लेकर सरकार ने जबरदस्त तैयारियां शुरू कर दी । कुंभ के दौरान पहली बार देश एवं विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए गंगा किनारे सौ हेक्टेयर क्षेत्रफल में टेंट सिटी विकसित की जा रही है, जिसमें डीलक्स, सुपर डीलक्स श्रेणी के 5,000 कॉटेज होंगे। यह सारे टेंट आधुनिक व्यवस्था, श्रद्धा और परंपरा के अनुरूप होंगे। संगम तट पर स्नान, ध्यान के साथ योग यज्ञ और भारतीय नृत्य-संगीत से इस टेंट सिटी में विश्व समुदाय के लोग परिचित हो सकेंगे। विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक-सांस्कृतिक आयोजन के तौर पर लगने वाले इस कुंभ में प्रवास के लिए सात समंदर पार से सैलानियों ने बुकिंग करानी शुरू कर दी है। कुंभ टेंट सिटी की वेबसाइट www.kumbhtentcity.com से बुकिंग की जाएगी। यूनेस्को के अधीनस्थ संगठन इंटरगर्वनमेंटल कमिटी फोर द सेफगार्डिंग ऑफ इन्टेंजिबल कल्चरल हेरीटेज ने दक्षिण कोरिया के जेजू में हुए अपने 12वें सत्र में कुंभ मेले को ‘मावनता के अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर की प्रतिनिधि सूची’ में शामिल किया। यूनेस्को के अनुसार ‘कुंभ मेला धरती पर श्रद्धालुओं का सबसे बड़ा शांतिपूर्ण जमघट है जिसमें सभी जाति, पंथ या लिंग के लाखों लोग हिस्सा लेते हैं।’ जो सभी मौजूदा अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संधियों के अनुरूप है। यूनेस्को ने माना कि एक धार्मिक आयोजन के तौर पर कुंभ मेले में जिस तरह सहिष्णुता और समायोजन नजर आता है वो पूरी दुनिया के लिए एक उदाहरण है। विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन में शामिल होने के लिए महानायक अमिताभ बच्चन को भी प्रयागराज वासी याद कर रहे हैं। प्रयागराज में जन्मे और पले-बढ़े अमिताभ बच्चन जी को नगर निगम की पार्षद मुमताज अंसारी जी ने पत्र के जरिए कुंभ मेले में सपरिवार शामिल होने का न्योता भेजा है। पार्षद महोदय ने अमिताभ जी से आग्रह किया है कि आप कुंभ मेले के शुरू होने से पहले ही सपरिवार अपने पूर्वजों के शहर में आकर कम से कम एक सप्ताह तो जरूर रुकें। आपके आगमन से इस शहर के विकास और रोजगार को पंख लगेंगे और देश ही नहीं सारे संसार में भारत की सांस्कृतिक व आध्यात्मिक पहचान को नई दिशा व गति मिलेगी। आपके इस प्रयास से ना सिर्फ कुंभ को एक नई पहचान मिलेगी बल्कि आपके अपने शहर का पर्यटन भी बढ़ेगा और साथ ही भारतीय संस्कृति का प्रचार-प्रसार भी होगा।