क्या थे ईसा मसीह के आखिरी शब्द ?
ईसाइयत की सबसे बड़ी सीख देता है गुड फ्राइडे। जीसस क्राइस्ट के जीवन से सीखने का दिन है आज। आज के दिन उन्होनें सलीब पर चढ़कर जान दी थी। मानवता के लिए प्राण देने की इससे बड़ी सीख कहीं नहीं दिखती। दूसरों को जगाने के लिए खुद को सदैव के लिए सुला देने वाले यीशू की सीख पर पूरी ईसाइयत चल रही है।
मानवसेवा आज भी उनकी रीढ़ है, नींव है। आज के दिन से 40 दिन के उपवास लेंट की शुरूआत होती है। क्या आपको याद है ईसा मसीह के आखिरी शब्द क्या थे….
हे ईश्वर इन्हें क्षमा करें, क्योंकि ये नहीं जानते कि ये क्या कर रहे हैं