- आवश्यक सेवाओं से जुड़े निजी और सरकारी कार्यालय ही खुलेंगे, अन्य सभी रहेगे बंद
- इंटरनेशनल और नेशनल फ्लाइट सर्विस, इंटर स्टेट बस, ट्रेन, मेट्रो, रिक्शा, ई-रिक्शा बंद
- डीटीसी की 25 फीसद बसों का होगा संचालन, दिल्ली बार्डर सील
- डेयरी सर्विस, कैमिस्ट दुकान, पेट्रोल पंप, राशन दुकानें खुलेंगी
- सरकार के आदेशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ की जाएगी सख्त कार्रवाई
देश और दुनिया भर में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे से मचे हड़कंप के बीच दिल्ली सरकार ने दिल्ली में 31 मार्च तक के लिए लाॅक डाउन कर दिया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सोमवार सुबह 6 बजे से दिल्ली के अंदर लाॅक डाउन किया जा रहा है और 31 मार्च की रात 12 बजे तक आदेश प्रभावी रहेगा। इस लाॅक डाउन के तहत सिर्फ आवश्यक सेवाओं से जुड़े निजी और सरकारी कार्यालय खुले रहेंगे, बाकी सभी बंद रहेंगे। 31 मार्च की रात 12 बजे तक दिल्ली के सभी बाॅर्डर सील रहेंगे और सिर्फ आवश्यक सेवाओं से संबंधित वाहनों के ही आने-जाने की अनुमति रहेगी। जरूरी सामान लेने जा रहे व्यक्ति से कोई प्रमाण पत्र नहीं मांगा जाएगा। सरकार के आदेश का उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
दिल्ली के एलजी अनिल बैजल ने कहा कि कोरोना वायरस के मददेनजर हम लोग लगातार कदम उठा रहे हैं, ताकि किसी तरह से इसका फैलाव रोका जाए। हमने और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रमुख अधिकारियों के साथ बैठक कर कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के मद्देनजर कई फैसले लिए हैं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारे देश और पूरी दुनिया में कोरोना वायरस एक समस्या बना हुआ है। एक वायरस दुनिया में आया और आज वह पूरी दुनिया के अंदर हगामा मचाए हुआ है। हमारा देश बहुत भाग्यशाली है कि यहां पर कोरोना वायरस थोड़ी देर से आया है। चूंकि यह नया वायरस है। यह कैसे काम करता है और कैसे प्रभावित करता है। इस पर बहुत ज्यादा अध्ययन नहीं है। चूंकि हमारे देश में यह बहुत देर से आया है। इस वजह से यह दूसरे देशों को कैसे प्रभावित किया, उससे हम सीख ले सकते हैं। अगर हमने उससे सीख लेकर उचित समय पर उचित कदम नहीं उठाए तो फिर हम अपने आप को आगे माफ नहीं कर पाएंगे। पूरी दुनिया के अंदर जिस तरह से यह वायरस फैला है। खासकर इटली, इरान और चायना के उदाहरण हमारे पास हैं। जिन देशों ने इससे अच्छे तरीके से लड़ा, उसके भी उदाहरण हमारे पास हैं। इससे यह साफ जाहिर है कि इसे जितना जल्दी रोका जाए, उतना ही ज्यादा अच्छा है। अभी दिल्ली के अंदर कुल 27 केस हैं। इसमें से 6 केस एक आदमी से दूसरे आदमी तक पहुंचे हैं। जबकि 21 केस ऐसे हैं, जो बाहर से विदेश घूम कर आए लोगों के हैं और वे विदेश से इस वायरस को लेकर आए हैं। फिलहाल, दिल्ली में यह वायरस इस स्टेज में हैं कि यह एक से दूसरे आदमी में ज्यादा फैला नहीं है। केवल 6 लोगों तक यह एक से दूसरे आदमी में फैला है।
समय रहते कदम नहीं उठाते हैं तो होगा भारी नुकसान – अरविंद केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि समय रहते हम लोगों ने इसे रोकने के लिए कठोर कदम नहीं उठाए और कुछ दिन में हजार या डेढ़ हजार केस हो गए, तब लाॅक डाॅउन करेंगे तो उसका उतना असर नहीं होगा, जैसा की इटली के अंदर देखने को मिल रहा है। वहीं, अगर हम ज्यादा मामले आने के बाद लाॅक डाउन करेंगे तब उन मामलों को हमारा अस्पताल और जो पूरा हेल्थ स्ट्रक्चर है, वह भी उसे संभाल नहीं पाएगा और उस वक्त ज्यादा मौतें हो सकती हैं। इसीलिए आप सब, दिल्ली और इस देश की सेहत के लिए आज हम सब लोगों ने मिल कर यह तय किया है कि कल सुबह 6 बजे से दिल्ली के अंदर लाॅक डाउन किया जाए और 31 मार्च की रात 12 बजे तक लाॅक डाउन जारी रहेगा। इस लाॅक डाउन के तहत क्या क्या चीजें स्थगित रहेंगी और क्या क्या चीजें जारी रहेंगी, यह बता दे रहे हैं।
लाॅक डाउन के दौरान निजी वाहन, दुकानें रहेंगी बंद, दिल्ली बाॅर्डर होगा सील – अरविंद केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस लाॅक डाउन के तहत कोई भी पब्लिक सेवाओं की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसमें सार्वजनिक बसें, टैक्सी, आॅटो रिक्शा, ई-रिक्शा यह बंद रहेंगी। डीटीसी की बसें मात्र 25 प्रतिशत ही चलेंगी। यह इसलिए, ताकि दिल्ली में जो आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराने वाले लोग हैं, वो अपने-अपने गंतव्य स्थान पर जा सकें। दिल्ली के सारे शाॅप, बाजार, कमर्शल स्टेब्लिसमेंट, वर्कशाॅप, गोदाम, साप्ताहिक बाजार, सब बंद रहेंगे। दिल्ली से सटे हुए सभी बाॅर्डर सील कर दिए जाएंगे। सिर्फ आवश्यक सामान लेकर आने वालों को ही दिल्ली में प्रवेश की अनुमति रहेगी। मसलन, पड़ोसी राज्यों से दूध, सब्जियां व खाने-पीने का सामान आ रहा है, सिर्फ आवश्यक सामान लाने की अनुमति होगी।
मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अंतर्राज्यीय बसें और ट्रेनों और मेट्रो सेवा भी स्थगित की जा रही हैं। दिल्ली में आने वाली सभी घरेलु और अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें स्थगित की जा रही हैं। दिल्ली के अंदर सभी तरह के निर्माण कार्य बंद किए जा रहे हैं। दिल्ली में सभी धार्मिक स्थानों को बंद किया जा रहा है।
जरूरी सेवाओं से संबंधित सरकारी कार्यालय खुले रहेंगे – अरविंद केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जनता के हित के मद्देनजर इस लाॅक डाउन से निम्न सेवाओं को अलग किया जा रहा है। कानून व्यवस्था को लागू करने वाले सभी मजिस्ट्रेट और मजिस्ट्रेरियल सेवाएं जारी रहेंगी। पुलिस का कामकाज जारी रहेगा। सभी अस्पताल और स्वास्थ्य के इंफ्रास्ट्रक्चर खुले रहेंगे। फायर विभाग खुला रहेगा। जेल विभाग चलता रहेगा। राशन की दुकानें खुली रहेंगी। बिजली के कार्यालय खुले रहेंगे। पानी सप्लाई से संबंधित सभी विभाग खुले रहेंगे। म्यूनिसिपल्स सेवाएं जैसे साफ-सफाई जारी रहेंगी। दिल्ली विधानसभा का कल बजट सत्र है, उसके जो भी कामकाज है, वह जारी रहेगा। सरकार का अकाउंट आॅफिस खुला रहेगा। प्रिंट और इलेक्ट्राॅनिक मीडिया के कार्यालय खुले रहेंगे। बैंक खुले रहेंगे, ताकि लोग अपने पैसे निकाल सकें। टेलिकाॅम, इंटरनेट जारी खुले रहेंगे। आवश्यक सामान जैसे खाना, दवाई, इनकी ई-कामर्स से संबंधित सभी गतिविधियां जारी रहेंगी। खाने पीने के खाद्य सामान और घरेलु इस्तेमाल के सामान फ्रूट, सब्जियां, ब्रेकरी, दूध से संबंधित दुकानें खुली रहेंगी। दूध प्लांट खुले रहेंगे। जनरल दुकानें खुली रहेंगी। रेस्टोरेंट से केवल टेक-अवे और होम डिलीवरी की अनुमति रहेगी। केमिस्ट और फार्मासिस्ट की दुकानें खुली रहेंगी। पेट्रोल पंप, एलपीजी और तेल एजेंसी खुले रहेंगे। जानवरों से संबंधित चारे वाली दुकानें खुली रहेंगी। इन सभी से संबंधित उत्पादन, ट्रांसपोर्टेशन, वितरण, स्टोरेज, ट्रेड, कामर्स, लाॅजिस्टिस्क सेवाओं की अनुमति रहेगी।
जरूरी सेवाओं के लिए जा रहे व्यक्ति को नहीं दिखाना होगा प्रमाण पत्र – अरविंद केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इसके अलावा सरकार को लगता है कि कोई आवश्यक सेवाएं हैं, जो छूट गई है और उसे जारी रखना जरूरी है, तो उसे समय-समय पर नोटिफिकेशन करते रहेंगे। कोई भी व्यक्ति सड़क पर मिलता है और वह कहता है कि वह आवश्यक सर्विस करने जा रहा है, तो उसकी बात मान ली जाएगी और उससे कोई प्रमाण पत्र नहीं मांगा जाएगा। कोई भी व्यक्ति सड़क पर मिलता है और वह कहता है कि दूध या सामान खरीदने जा रहा है या अपने लिए आवश्यक सामान खरीदने जा रहा है, तो उसकी बात मान ली जाएगी। अगर इससे संबंधित कोई व्यक्ति अस्पताल जा रहा है, तो उसकी बात मान ली जाएगी। 5 या 5 से अधिक लोगों को एक स्थान पर एकत्र नहीं होने दिया जाएगा और जितने प्राइवेट कार्यालय और प्राइवेट स्टेब्लिसमेंट हैं, वो बंद रहेंगे, लेकिन उनके सभी कर्मचारियों को ड्यूटी पर माना जाएगा। इसलिए सभी प्राइवेट संस्थानों को लाॅक डाउन के दौरान अपने कर्मचारियों को सैलरी देनी होगी। इसमें स्थाई और अस्थाई दोनों कर्मचारी शामिल हैं।
लाॅक डाउन का पालन नहीं करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई – अरविंद केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि चूंकि दिल्ली के अंदर भारत सरकार के भी दफ्तर हैं। इसलिए भारत सरकार से संबंधित जो भी आदेश होंगे, उसके लिए भारत सरकार अलग से आदेश निकालेगी। भारत सरकार के दफ्तर दिल्ली सरकार के आदेश के दायरे में नहीं आएंगे। जो भी व्यक्ति इस आदेश का पालन नहीं करेगा और उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जानकारी मिल रही है कि मास्क और सैनिटाइजर की कालाबाजारी हो रही है। सरकार की तरफ से ऐसे लोगों को चेतावनी दी जाती है कि लोग इतनी विपदा में हैं और आप कालाबाजारी कर रहे हैं, तो यह गलत कर हैं। यह सिर्फ कानून के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह इंसानियत के भी खिलाफ है। जो लोग ऐसा कर रहे हैं, वे इससे बाज आएं। सरकार इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने में कोई कोताही नहीं बरतेगी। अभी तक हम 327 जगह छापा मार चुके हैं और 437 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज कर चुके हैं। हम समझ सकते हैं कि इन पाबंदियों की वजह से लोगों को काफी परेशानियां उठानी पड़ेगी, लेकिन अभी इस वक्त हम लोगों ने यह कदम उठा लिया तो हम कोरोना को रोक पाएंगे।
सीएम ने की बहुत जरूरी होने पर ही घर से निकलने की अपील
सभी लोगों से यह निवेदन है कि वे ज्यादा से ज्यादा अपने घर में ही रहें। पूरी दुनिया से यही देखने को मिल रहा है कि जितना कम आप घर से बाहर निकलेंगे, जितना ही आप लोगों से कम संपर्क में आएंगे, उतना ही आप खुद को बचा सकते हैं। हम बार-बार यही कह रहे हैं कि आप खुद कोरोना से अपने आप को बचा सकते हैं। इसलिए आप अपने घर में ही रहें। दूध, सब्जी आदि बहुत जरूरी वस्तुएं लाने के लिए जाना आवश्यक हो तभी घर से बाहर निकलें