मिर्ज़ापुर, 19 अप्रैल; कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर एहतियात के तौर पर एक बार फिर विंध्यवासिनी मंदिर को बंद कर दिया गया. कोरोना काल के बीच यह दूसरी बार होगा, जब विंध्यवासिनी मंदिर को पूरी तरीके से बंद रखा जाएगा.
साथ ही विंध्य पर्वत पर विराजमान मां अष्टभुजा व मां काली मंदिर भी बंद रहेगा. मंदिर बंद होने से भक्त अब नवमी तक मां विंध्यवासिनी का दीदार नहीं कर सकेंगे.
नगर विधायक रत्नाकर मिश्र व श्रीविंध्य पंडा समाज के पदाधिकारियों ने शनिवार की सुबह पारीवाल के साथ कोरोना संक्रमण के मद्देनजर विंध्यवासिनी मंदिर में दर्शन-पूजन को लेकर बैठक की. दो घंटे तक चली बैठक के बाद कोरोना के बढ़ते संक्रमण की आशंका के बीच विंध्यवासिनी मंदिर को बंद करने का निर्णय लिया गया.
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बैठक में तय हुआ कि शनिवार की रात आठ बजे से चैत्र नवरात्र के नवमी यानी 21 अप्रैल तक मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए बंद रखा जाएगा. इस बीच अगर शासन का कोई गाइडलाइन आ गया तो उस हिसाब से व्यवस्था होगी, नहीं तो नवमी की रात पुन: बैठक कर पंडा समाज राष्ट्रहित में निर्णय लेगा.
गर्भगृह का कपाट केवल दैनिक रूप से होने वाली चार आरती के लिए ही खोला जाएगा. दर्शनार्थियों की भीड़ में किसी संक्रमित व्यक्ति के आ जाने का खतरा था, इसलिए जनहित में यह फैसला लिया गया है. वहीं श्रद्धालुओं से घर पर ही रहकर पूजा-अर्चना व मां की आराधना करने का अनुरोध किया गया है.
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