17 अक्टूबर से नवरात्रि शुरू
25 अक्टूबर नवमीं
दशहरा 25 अक्टूबर को मनाया जाएगा
महालया की मान्यता
आज महालया है। हिंदू धर्म के आश्विन मास की अमावस्या तिथि यानी सर्व पितृ अमावस्या के दिन महालया होता है। आज पितृ पक्ष का आखिरी दिन हैं। बंगालियों में महालया का विशेष इंतजार होता है। वैसे महालया दुर्गा पूजा की शुरुआत और पितृपक्ष का समापन माना जाता है. इस साल अधिक मास के कारण ये एक महीने बाद यानि 17 अक्टूबर को आएगा. इसलिए मां दुर्गा की उपासना का पर्व इस साल 17 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक मनाया जाएगा.
सर्व पितृ अमावस्या
आज के दिन को यानि पितृपक्ष के आखिरी दिन को सर्व पितृ अमावस्या,पितृ विसर्जनी अमावस्या एवं मोक्षदायिनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है. शास्त्रों में इस बात की जिक्र भी है की जिन पितरों की मृत्यु तिथि का लोगों को पता नहीं होता है उन पितरों को श्राद्ध कर्म हिमालय अमावस्या के दिन किया जाता है।
हालांकि इस बार महालया अमावस्या के खत्म होने के बाद शारदीय नवरात्रे नहीं शुरु होने हों सकेंगे, क्योंकि अधिकमास एक महीने की है। वैसे तो महालया दुर्गा पूजा से सात दिन पहले आता है, ऐसा मान्यता है कि आज ही के दिन मां दुर्गा का प्राकट्य हुआ था।
नवरात्रि 2020 कब से शुरू ?
नवरात्रि पितृपक्ष के अगले दिन शुरु ना होकर इस बार एक महीने बाद आएगी, ऐसा अधिकमास की वजह से हो रहा है। 19 साल पहले 2001 में भी ऐसा संयोग हुआ था।
ऐसे में इस साल में 17 अक्टूबर को पधारेंगी और 25 अक्टूबर तक उनकी पूजा होगा. इस साल दशहरा 25 अक्टूबर को मनाया जाएगा
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