अब देश भर में होगी महर्षि पीठों की स्थापना: ब्रह्मचारी गिरीश जी
उज्जैन। “ब्रह्मलीन महर्षि महेश योगी जी के द्वारा प्रणीत वैदिक ज्ञान-विज्ञान भावातीत ध्यान सिद्धि सहित उनके ज्ञान- दर्शन और विचारों से देश तथा उनके पश्चात् अन्य देशों की नागरिकों को परिचित कराने हेतु महर्षि पीठ की स्थापना की जाएगी। मुख्य पीठ भारत के भौगोलिक केन्द्र ब्रह्मस्थान में होगी। तत्पश्चात् देश के अन्य स्थानों में महर्षि पीठ स्थापित की जावेंगी। प्रत्येक पीठ में एक पीठाधीश्वर की नियुक्ति की जायेगी।” यह बात महर्षि शिविर में महर्षि जी के प्रिय व तपोनिष्ठ शिष्य ब्रह्मचारी गिरीश जी ने कही।
उन्होंने बताया कि इन पीठाधीश्वरों के लिये उन वैदिक पंडितों एवं ज्ञानियों का चयन किया जायेगा जो वैदिक ज्ञान-विज्ञान, वैदिक तकनीकों से परम पूज्य महर्षि जी के जीवन और दर्शन का प्रचार-प्रसार भारत देश के साथ-साथ पूरे विश्व में कर सकें। पीठाधीश्वर का मुख्य कार्य प्रत्येक मनुष्य में स्थित दैवीय शक्तियों का जागरण कर उसे सतोगुण और सकारात्मकता की प्रतिमूर्ति निर्मित करना होगा। भविष्य में ऐसे मनुष्यों का समूह संपूर्ण विश्व में शांति के प्रसार का ध्वजवाहक होगा।
ब्रह्मचारी जी द्वारा इस संबंध में पूर्ण योजना की घोषणा करोंदी जिला कटनी स्थित भारत के भौगोलिक केन्द्र बिन्दु ब्रह्मस्थान में आगामी 12 जुलाई को गुरू पूर्णिमा के शुभ अवसर पर की जावेगी। उन्होंने कहा कि शनैः-शनैः देश के समस्त 676 जिलों तत्पश्चात् सभी विकासखंडों तथा फिर 1 लाख से अधिक पंचायतों में इन पीठों की स्थापना होगी।