नयी दिल्ली,16 मार्च; केरल की जेलों में बंद कैदियों को अब कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए मास्क बनाने के काम में लगा दिया गया है।
जहां कुछ देशों ने कोरोना संक्रमण फैलने पर अपने यहां की जेलों में बंद कैदियों को रिहा कर दिया था वहीं दूसरी ओर भारत के केरल राज्य ने अपने यहां की जेलों में बंद कैदियों को रिहा नहीं किया बल्कि उनको कोरोना वायरस से बचाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले मास्क बनाने के काम में लगा दिया है।
दरअसल जब से भारत में कोरोना के मरीज पाए जाने लगे हैं उसके बाद से ही इन मास्कों की डिमांड भी काफी बढ़ गई है। कई कंपनियों को एक्सट्रा निर्माण करने के लिए कहा गया है। कुछ दिन पहले तक केरल में COVID-19 मामलों की संख्या सबसे अधिक थी। 31 पुष्टिकृत कोरोना वायरस मामलों के साथ, महाराष्ट्र राज्य अब कुल पुष्टि मामलों की संख्या के मामले में केरल (22 मामलों) से आगे निकल गया है।
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केरल के राज्य प्रमुख पिनाराई विजयन ने शनिवार देर शाम ट्वीट किया कि मास्क की कमी को देखते हुए राज्य की जेलों को मास्क बनाने के काम में लगा दिया गया है। वहां जो कैदी बंद है उन सभी को इस काम में लगा दिया गया है जिससे मास्क की कमी न पड़ने पाए।
#COVID19 | Solving The Mask Problem 😷
In light of the shortage, directions were given to engage the prisons in the State in manufacturing masks. It has commenced on a war footing basis. Today, the Prison officials of Thiruvananthapuram Jail have handed over the first batch. pic.twitter.com/QKgHWqYNOg
— Pinarayi Vijayan (@vijayanpinarayi) March 14, 2020
ऐसा माना जा रहा है कि अभी कोरोना वायरस के संक्रमण वाले मरीजों की संख्या में इजाफा होगा तो इस तरह के मास्कों की मांग और बढ़ेगी ऐसे में अभी से निर्माण किया जाएगा तो कमी नहीं पड़ने पाएगी और लोग इसका इस्तेमाल करके बच सकेंगे।
कुछ दिन पहले केरल की जेल में इसका निर्माण शुरू कर दिया गया था, उसकी पहली खेप तिरुवनंतपुरम जेल के जेल अधिकारियों को सौंप दी गई।
राज्य ने तिरुवनंतपुरम जेल के अलावा सात और जिला जेलों में सिलाई इकाइयों को स्थापित कर दिया गया है, यहां पर इन मास्कों की सिलाई का काम किया जाएगा।
केरला के तिरुवनंतपुरम के एक सरकारी अस्पताल, इन हाउस ड्रग बैंक के मार्गदर्शन में जेल के कैदियों द्वारा पुन: उपयोग करने योग्य डबल लेयर (दो-स्तरित कपास) मास्क का उत्पादन किया जा रहा है।
दवा बैंक, जेलों से खरीदे गए मास्क को बाजार में 10 रूपये में खरीदेगा। उसके बाद वो उसे बाजार में पहुंचाएगा। COVID-19 के प्रकोप के बीच फेस मास्क और हैंड सैनिटाइज़र सबसे अधिक मांग वाली वस्तु बन गए हैं, केरल सरकार भी सैनिटाइज़र की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने की योजना बना रही है।
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