संगम में मौनी अमावश्या का महा स्नान
इलाहबाद के संगम तट पर लगे आस्था के सबसे बड़े आयोजन माघ मेले का आज तीसरा स्नान पर्व मौनी अमावस्या है।श्रद्धालु यहाँ मोक्षदायिनी गंगा में स्नान कर मोक्ष की कामना कर रहे हैं। गंगा में स्नान करने के लिये श्रद्धालुओं की भीड़ आना सुबह चार बजे से ही शुरू हो चुका है। चार बजे सुबह से यहाँ लाखो लोग आस्था की डुबकी लगाने पहुच रहे है। खराब मौसम के बाद भी संगम में डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं की बड़ी तादाद में संगम पहुच रहे है। संगम क्षेत्र में स्नान करने के लिए लोगो के उत्साह में कोई कमी देखने को नहीं मिल रही है । त्रिवेणी के पवित्र जल में अास्था की डुबकी लगाकर हर कोई पुण्य अर्जित करना चाहता है।
माघ के महीने को हिंदू धर्म ग्रंथों में बहुत पवित्र माना जाता है । लेकिन माघ मास के ठीक मध्य में अमावस्या के दिन का तो बहुत विशेष महत्व दिया जाता है। दरअसल मान्यता यह है कि इस दिन पवित्र नदी और मां का दर्जा रखने वाली गंगा मैया का जल अमृत बन जाता है। इस लिये माघ स्नान के लिये अमावस्या यानि मौनी अमावस्या को बहुत ही खास बताया है।
श्रद्धालुओ की सुरक्षा के लिए प्रशासन की तरफ से भी चाक चौबंद प्रबंध किये गए है । जिला प्रशासन के मुताबिक आज के स्नान पर्व में लाखों के करीब लोग त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाएंगे ।