सहज शब्द की उत्पत्ति संस्कृत भाषा से हुई है . इसका अर्थ है ‘प्राकृतिक’ या जो बिना किसी प्रयास के किया जाए’. समाधि एक गहरी, आनंदमयी और ध्यान की अवस्था है. यानि सहज समाधि ध्यान का तात्पर्य है कि एक ऐसी प्रक्रिया जिसमें हम आसानी से ध्यान कर सकते हैं.
ध्यान करने की एक प्रक्रिया
सहज समाधि ध्यान से वास्तविक विश्राम की अनुभूति होती है. हम सभी के जिदंगी में ऐसे कई क्षण होते हैं , जब हमारा मन शांत और दुनियादारी के सारे बोझों से दूर होता है. लेकिन कई बार हमारी चाहत होती है कि हम उन क्षणों को दोबारा अनुभव कर पाते.
यह ध्यान इन्ही क्षणों की अनुभूति करना सिखाता है. यह एक ध्यान करने की प्रक्रिया है. इसे करने के तुरंत बाद ही हमारा शरीर तनाव और परेशानियों से कोसो दूर हो जाता है. मन को असीम शांति का अनुभव प्राप्त होता है.
यह भी पढ़ें-ध्यान और संगीत: जानिये ध्यान और संगीत एक दूसरे के पूरक कैसे
सहज समाधि ध्यान कैसे करते हैं?
यह एक मंत्र ध्यान है. इसमें एक सरल ध्वनि मंत्र सिखाया जाता है. इस मंत्र का मन में उच्चारण करने से मन को शांति व स्थिरता प्राप्त होती है. जब हमारा मन और तंत्रिका तंत्र गहरा ध्यान करके विश्राम की स्थिति में होता है , तब हमारा मन प्रफुल्लित होने लगता है. इसके हमारे मानसिक विकास का द्वार खुलने लगता है.
सहज समाधि ध्यान के लाभ
सहज समाधि ध्यान का अभ्यास करने से किसी भी मुद्दे के प्रति स्पष्ट विचार होने लगते हैं .
शरीर में ऊर्जा बढ़ने लगती है.
यह ध्यान मन को शांत रखती है , जिससे हमारे संंबंध भी खराब नहीं होते हैं.
इससे मन को गहरी शांति की प्राप्ति होती है.
[video_ads]
[video_ads2]
You can send your stories/happenings here:info@religionworld.in