स्वामी रामदेव जी का महामिशन, भारत फिर से बनेगी आध्यात्मिक शक्ति, एक करोड़ बच्चों को शिक्षा का लक्ष्य, संन्यासियों की बनेगी सेना
देश को फिर से आध्यात्मिक शक्ति बनाने की तैयारी में जोरशोर से जुट गए है स्वामी रामदेव जी महाराज। आध्यात्म के इस महामिशन से तैयार होंगे ऐसे संन्यासी जो देश को मजबूत करने का काम काम करेंगे। इसके लिए स्वामी रामदेव जी महाराज, आचार्य बालकृष्णजी और स्वामी मुक्तानंदजी की अगुवाई में इस रामनवमीं यानि 25 मार्च 2018 को 88 वेदार्थयिों को हरिद्वार के हर की पैड़ी पर विधिवत संन्यास दिलवाया जाएगा।
दीक्षा के इस महाआयोजन के लिए स्वामी रामदेव जी महाराज ने ऋषिकुल की खास निर्माण करवाया है, जहां 21 मार्च से ही वेदार्थी छात्र इक्ट्ठा होकर वेदों की ऋचाओं से यज्ञ कर रहे है। चार दिन की इस कठिन साधना करने के बाद ये सफेद वस्त्रधारी वेदार्थी संन्यासी के तौर पर दीक्षित हो जाएंगे। स्वामी रामदेव जी महाराज ने इनके लिए ऋषिकुल में कुटियों का निर्माण करवाया है। साथ ही इनके उद्देश्य भी तय किए है।
दीक्षित होने वाले 88 छात्र छात्राएं संन्यासी बनने के बाद देश के हर कोने में शिक्षा प्रचार का काम करेंगे। स्वामी रामदेव जी महाराज ने इनके जरिए देश में सैकडों विद्यालय खोलने का संकल्प लिया है, जिसमें देश में एक करोड़ बच्चों को शिक्षा दी जाएगी। संन्यासी साधु स्वामी रामदेव जी महाराज की मदद से 1 लाख करोड़ की चैरिटी की काम करेंगे और और देश के सबसे बड़े विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए कार्य करेंगे। साथ ही धर्म की शिक्षा और प्रचार प्रसार की भूमिका भी अदा करेंगे।
साभार – इंडिया टीवी / स्वामी रामदेव फेसबुक पेज