वाल्मीकि, व्यास, तुलसी अवॉर्ड देकर मोरारी बापू ने किया विद्वत संतों का सम्मान
- व्यास सम्मान से प्रसिद्ध भागवताचार्य श्री रमेश भाई ओझा भाईश्री जी सम्मानित
- आचार्य श्री पुण्डरीक जी महाराज को 2018 का वाल्मीकि पुरस्कार
- तुलसी सम्मान से भानुपुरा पीठ के स्वामी दिव्यानंद तीर्थ जी महाराज सम्मानित
- तुलसी सम्मान से स्वामी श्रवणानंद सरस्वती जी सम्मानित
- तुलसी सम्मान से ज्ञानवती अवस्थी जी को सम्मानित
रामकथा के मर्मज्ञ मोरारी बापू के महुआ आश्रम में 14-17 अगस्त 2018 तक तुलसी साहित्य संगोष्ठी का आयोजन किया गया। पिछले कई सालों से इस अवसर पर देश के ज्ञानी कथा वक्ताओं को तुलसी और वाल्मीकि अवार्ड से सम्मानित किया जाता है। इस बार भी ये सम्मान देश के कई वरिष्ठ और विद्वान संतों को प्रदान किया गया।
श्री मन्नमाध्वगौड़ीय मठ के आचार्य श्री पुण्डरीक जी महाराज को 2018 में वाल्मीकि पुरस्कार के सम्मानित किया गया। प्रसिद्ध भागवताचार्य श्री रमेश भाई ओझा भाईश्री जी को व्यास सम्मान से वहीं तुलसी सम्मान से भानुपुरा पीठ के स्वामी दिव्यानंद तीर्थ जी महाराज, स्वामी श्रवणानंद सरस्वती जी और ज्ञानवती अवस्थी जी को सम्मानित किया गया।
इस खास आयोजन पर श्री पुण्डरीक महाराज के प्रवचन ने सबका मन मोह लिया। अपने एक घंटे के संचार में श्री पुण्डरीक जी ने राधा-कृष्ण और सीता राम पर बेहद गूढ़ और तत्वात्मक बातें कहकर सबका मन जीत लिया।
सुनिए श्री पुण्डरीक जी महाराज का खास प्रवचन…
सुनिए इस अवसर पर मोरारी बापू का उद्बोधन…
सुनिए इस अवसर पर और वक्ताओं के उद्बोधन…