मेरा भारत, व्यसन मुक्त भारत अभियान, पांच हजार से अधिक लोगों ने लिया व्यसनमुक्ति का संकल्प
10 जून, आबू रोड (निप्र)। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विश्व विद्यालय के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय द्वारा चलाए जा रहे देशव्यापी अभियान मेरा भारत, व्यसन मुक्त भारत के तहत रविवार को शांतिवन के डॉयमंड हॉल में हजारों लोगों को व्यसनमुक्ति का संकल्प कराया गया। पांच हजार अधिक लोगों ने एक स्वर में संकल्प लिया कि जीवन में सदा व्यसन से दूर रहेंगे और सदा दूसरों को भी इससे दूर रहने के लिए प्रेरित करेंगे। नशे की गिरफ्त में फंसे लोगों को इससे मुक्त करने में पूरा सहयोग देंगे। कार्यक्रम मीडिया पार्टनर न्यूज-18 नेटवर्क और ब्रह्माकुमारी संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया था।
इसमें आबू-पिंडवाड़ाविधायक समाराम गरासिया ने कहा कि ब्रह्माकुमारी संस्थान ने आज भी भयंकर समस्या को लेकर जो देशव्यापी अभियान शुरू किया है वह बहुत ही सराहनीय कदम है। इससे निश्चित तौर पर लोगों को लाभ मिलेगा। आबू रोड नगर सुधार न्यास के अध्यक्ष सुरेश कोठारी ने कहा कि इस अभियान से लोगों को प्रेरणा मिलेगी और वह नशा छोडऩे के प्रति सचेत होंगे। नशा जीवन को बर्बाद कर देता है।
आबू-रेवदर विधायक जगसीराम कोली ने कहा कि ब्रह्माकुमारी संस्थान लगातार सामाजिक क्षेत्र में कार्यक्रम और अभियान चला रही है। इससे बड़े स्तर पर जनसमुदाय को लाभ मिल रहा है। मेरा भारत, व्यसन मुक्त भारत से निश्चित तौर पर लोगों में जागरुकता आएगी और वह नशे के प्रति जागरूक होंगे। शांतिवन के मुख्य अभियंता बीके भरत ने अभियान की सराहना करते हुए इसे जन आंदोलन बनाने की बात कही।
संस्था से जुड़कर 12 लाख लोगों ने छोड़ा नशा
संस्थान के मेडिकल विंग के कार्यकारी सचिव डॉ. बनारसीलाल शाह ने कहा कि ब्रह्माकुमारी संस्थान से जुड़कर अब तक 12 लाख से अधिक लोग नशा छोड़ चुके हैं। जो लोग पहले नशे की लत में डूबे रहते थे आज वह राजयोगी बन गए हैं। हजारों परिवारों के जीवन में फिर से खुशियां आ गई हैं। नशा एक सामाजिक बुराई है जिसे घर-घर से तिलांजलि देना होगी। संस्थान का प्रयास है कि देश के भावी कर्णधार युवा इस बुराई से दूर हों और वह अपनी ऊर्जा रचनात्मक और देश के विकास में लगाएं। इसी उद्देश्य को लेकर संस्थान द्वारा यह देशव्यापी अभियान चलाया जा रहा है। इसे देश के साथ विश्वभर में व्यापक स्तर पर चलाया जाएगा। आभार पीस न्यूज के एचओडी, संस्थान के पीआरओ बीके कोमल ने माना। संचालन वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके शारदा बहन ने किया।