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शारदीय नवरात्रि विशेष: नौ देवी, नौ प्रसाद

शारदीय नवरात्रि विशेष: नौ देवी नौ प्रसाद

29 सितम्बर से आरम्भ शारदीय नवरात्रि में नौ देवियों की विधिवत पूजा अर्चना करने से मनचाही मुराद मिल जाती है इस अवसर पर रिलिजन वर्ल्ड ने ज्योतिषाचार्य पंडित रमेश ओझा से बातचीत की जिन्होंने इस बारे में जानकारी दी नौ देवियों को किस प्रकार का भोग लगाकर प्रसन्न किया जा सकता है. तो आइये जानते हैं नौ देवियों  के नौ भोग के बारे में…

प्रथम दिवस शैलपुत्री

नवरात्र का प्रथम दिवस माँ शैलपुत्री का होता है। इस दिन माता को गाय के दूध से बना घी चढ़ाया जाता है। इसे घर पर ही आप आसानी से बना सकते हैं।

द्वितीय दिवस ब्रह्मचारिणी

नवरात्र के दूसरे दिन मां दुर्गा की ब्रह्मचारिणी के रूप में पूजा होती है। मातारानी को कोई भी सफेद रंग की मिठाई का आप भोग चढ़ा सकती हैं। हो सके तो आपको काजू की बर्फी का प्रसाद लगाना चाहिए।

तृतीय दिवस देवी चंद्रघंटा

तृतीय दिवस को देवी चंद्रघंटा को दूध या दूध से बनी चीजें अर्पित करनी चाहिए। गुड़ और लाल सेब भी माँ को बहुत पसंद है. ऐसा करने से सभी बुरी शक्तियां दूर भाग जाती हैं।आप इस दिन देवी को दूध से बनी कोई भी मीठी चीज भोग में चढ़ा सकती हैं। आप इन्हें मेवे की खीर का भी भोग लगा सकते हैं

चतुर्थी देवी कुष्मांडा  

माता के चौथे स्वरूप यानि इस दिन देवी कुष्मांडा की पूजा होती है।  इनकी उपासना करने से जटिल से जटिल रोगों से मुक्ति मिलती है और सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। इस दिन माता को मालपुए का भोग लगाएं।

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पंचमी देवी स्कंदमाता  

इस दिन देवी स्कंदमाता की की गई पूजा से भक्तों की समस्त इच्छाओं की पूर्ति होती है। नवरात्र के पांचवे दिन देवी को फलों का भोग लगाएं और इसे दान कर दें। इस दिन बुद्धि में वृद्धि के लिए माता को मंत्रों के साथ छह इलायची भी चढ़ाएं।

षष्ठी माँ कात्यायनी

देवी कात्यायनी की आराधना से धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है. मीठे पान का भोग लगाकर मां कात्यायनी को प्रसन्न किया जाता है।

सप्तमी देवी कालरात्रि

सप्तमी के दिन माँ कालरात्रि की आराधना की जाती है। भूत-प्रेतों से मुक्ति दिलवाने वाली देवी कालरात्रि की उपासना करने से सभी दुख दूर होते हैं। माता को लगाएं गुड़ ओर मेवे के लड्डू का भोग।

अष्टमी का दिन महागौरी का  

नवरात्र के आंठवें दिन महागौरी के स्वरूप का वंदन किया जाता है। इस दिन नारियल का भोग लगाने से घर में सुख-समृद्धि आती है। घर पर नारियल के लड्डू आसानी से बनाए जा सकते हैं।

नवमी करें माँ  सिद्धदात्री की आराधना  

सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है

नवरात्र के आखिरी दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। मां सिद्धिदात्री को जगत को संचालित करने वाली देवी कहा जाता है। इस दिन माता को तिल के लड्डू का भोग लगाएं।

@religionworldbureau

Post By Shweta