हरिद्वार,२८ मई; नीदरलैण्ड की सरकार के विशेष आमंत्रण पर देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या नीदरलैण्ड पहुँचे। नीदरलैण्ड के मिनिस्ट्री ऑफ डिफेन्स द्वारा पहली बार योग को लेकर सार्थक पहल हुई। जिसकी शुरुआत देसंविवि के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या के नेतृत्व में हुआ। इस अवसर पर डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने डच सेना को योग एवं तनाव प्रबंधन पर विशेष मार्गदर्शन दिया। जहाँ ब्रिगेडियर जनरल सहित अनेक अधिकारीगण मौजूद रहे। उल्लेखनीय है कि डच सेना यूरोप की प्रथम ऐसी सेना है, जिसने अपने प्रशिक्षण मॉड्यूल में आध्यात्मिक जीवन शैली एवं योग को शामिल किया। साथ ही उन्होंने देवसंस्कृति विश्वविद्यालय एवं डच सेना के संयुक्त रूप से सैनिकों के लिए विशेष शोधपरक कार्ययोजनाएँ बनायेगी। इसमें सेना में आध्यात्मिक विकास के साथ तनाव प्रबंधन प्रमुख रूप शामिल होगा।
इसके मार्गदर्शन के लिए उत्तराखंड स्थित देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या के अलावा डच सेना के बिग्रेडियर जनरल एवं वरिष्ठतम अधिकारियों के साथ विशेष मीटिंग हुई।