अर्द्धकुंभ और कुंभ का नया नाम “कुंभ और महाकुंभ मेला”
कुम्भ मेला 2019 को विश्व स्तर पर प्रचारित कर रही प्रदेश सरकार ने इसके लोगो में बदलाव किया है. 13 दिसम्बर को राज्यपाल राम नाईक ने जो लोगो जारी किया था उसमें कलश पर स्वास्तिक का चिह्न बना था, अब स्वास्तिक की जगह ऊॅं को स्थान दिया है. लोगो में मंदिर, साधु, नदी, कलश आदि के साथ प्रयागराज लिखा है।
लखनऊ, 20 जनवरी; उत्तर प्रदेश प्रयागराज मेला प्राधिकरण की स्थापना कर जारी की गई अधिसूचना में इलाहाबाद में संगम तट पर लगने वाले मेलों के नामों को परिवर्तित किया गया है. अर्धकुंभ मेला और कुंभ मेला का नाम बदलकर कुंभ मेला और महाकुंभ मेला रखा गया है.
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इलाहाबाद में गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदी के संगम पर माघ और फाल्गुन (जनवरी-फरवरी) महीने में छह साल के अंतराल पर होने वाले मेले को ‘कुंभ’ तथा बारह साल के अंतराल पर आयोजित होने वाले मेले को ‘महाकुंभ’ कहा जाएगा।
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उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी किया गया पत्र जिसमें इस आदेश का उल्लेख है।
वहीं हर वर्ष माघ की पूर्णिमा और फाल्गुन महीने में पड़ने वाले महा शिवरात्रि दिवस के मध्य आयोजित होने वाले मेले को ‘माघ मेला’ कहा जाएगा. शासन द्वारा प्रयागराज मेला प्राधिकरण, इलाहाबाद की स्थापना करते हुए संगम क्षेत्र के मेलों के नामों को बदलने की अधिसूचना जारी की गई है.
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