सिख हेरिटेज एंड रिसर्च सेंटर में होगा सिख धर्म पर शोध
पटना, 18 सितम्बर; गुरु गोबिंद सिंह जी की जन्मस्थली पटना अब सिख गुरुओं के गौरवशाली इतिहास को तराशने और सहेजने का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगी। राजधानी के दारोगा प्रसाद राय पथ स्थित बिहार विधानसभा आवासीय परिसर के ठीक बगल में सिख हेरिटेज एंड रिसर्च सेंटर का निर्माण अब लगभग पूरा होने को है।
सिख हेरिटेज एंड रिसर्च सेंट
बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम 10 करोड़ की लागत से सिख हेरिटेज एंड रिसर्च सेंट निर्माण करवा रहा है। वर्ष 2015 से बन रहे इस रिसर्च सेंटर का भवन लगभग बनकर तैयार हो गया है। फिनिशिंग का काम चल रहा है। इस सेंटर में सिख धर्म और गुरुओं पर रिसर्च होगा। वहीं बच्चों को गुरुमुखी सिखाने की व्यवस्था की जाएगी।
यह भी पढ़ें-550वीं गुरुनानक जयंती: गुरुनानक जयंती से तीन दिन पहले खुलेगा करतारपुर कॉरिडोर
550वें प्रकाशवर्ष का केंद्र बिंदु
गुरु नानक जी के 550वें प्रकाशवर्ष मनाने की तैयारी का केंद्र बिंदु भी यह भवन होगा। 10 हजार स्क्वायर फीट में फैले इस रिसर्च सेंटर का भवन 70 फीट ऊंचा है। देखने में इसका ढांचा बिल्कुल एक गुरुद्वारे की तरह है, लेकिन फिलहाल यहां धार्मिक कार्यों की बजाय रिसर्च और सोशल वेलफेयर यानी समाजसेवा से जुड़ी गतिविधियों पर फोकस किया जाएगा।
जी प्लस फोर भवन
रिसर्च सेंटर का भवन जी प्लस फोर बनाया गया है। इस भवन में 16 कमरे हैं। इसके अलावा एक पुस्तकालय, स्कॉलर्स के लिए नौ कमरे और एक कॉन्फ्रेंस हॉल। गुरुनानक जी की 500वीं जयंती के मौके पर केंद्र सरकार ने देश की सभी राज्य सरकारों को गुरुनानक भवन बनाने के लिए जमीन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था। 1975 में सरकार के आदेश के बाद बिहार में दारोगा प्रसाद राय पथ की आधा एकड़ जमीन सिख प्रतिनिधि बोर्ड को दी गई।