परमार्थ निकेतन में क्रिसमस के अवसर पर किया कृष्णा तुलसी का रोपण
- स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने क्रिसमस के अवसर पर कराया तुलसी रोपण संकल्प
- भारत रत्न दिवंगत श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिवस पर परमार्थ निकेतन में किया हवन और गंगा पूजन
- आज की परमार्थ गंगा आरती श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को की समर्पित
- तुलसी औषधीय पौधा ही नहीं बल्कि जीवन के लिये अमृत है
- घर-घर तुलसी, हर घर तुलसी-स्वामी चिदानन्द सरस्वती
ऋषिकेश, 25 दिसम्बर। परमार्थ निकेतन में क्रिसमस के अवसर पर कृष्णा तुलसी का रोपण किया गया। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने सैकड़ों की संख्या में उपस्थित देशी-विदेशी साधकों को ’’घर-घर तुलसी, हर घर तुलसी’’ का संकल्प कराया।
भारत रत्न दिवंगत श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिवस के अवसर पर स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज, परमार्थ गुरूकुल के ऋषिकुमार और आचार्यो ने उन्हें भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित की। स्वामी जी ने कहा कि श्री अटल जी वास्तव में युगपुरूष थे वे अपने विचारों और कविताओं के माध्यम से हमारे बीच युगों तक जीवित रहेंगे।
आज की परमार्थ गंगा आरती और हवन माननीय अटल बिहारी वाजपेयी जी को समर्पित की।स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने क्रिसमस पर्व की सभी देशवासियों को शुभकामनायें देते हुये कहा कि हम सभी क्रिसमस ट्री के साथ कृष्णा तुलसी ट्री का रोपण, पूजन करे तथा तुलसी के संस्कारों से अपने को संस्कारित करे। तुलसी में एंटी ऑक्सीडेंट, संक्रामक रोगों से लड़ने के गुण होते है। तुलसी टीबी, मलेरिया, सर्दी-जुकाम, खाॅसी, दंत रोग, श्वास जैसी रोगांेे के इलाज में लाभदायक है। तुलसी में केवल औषधीय गुण ही नहीं है बल्कि तुलसी तो अमृत तुल्य है।
स्वामी जी महाराज ने कहा कि बिना पेड़-पौधों के मानव जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। पेड़-पौधे हमें जीवन प्रदान करते है; हमारी प्रत्येक श्वास पर पेड़-पौधों का विशेष योगदान है अतः अपने और अपनी आने वाली पीढ़ियों के भविष्य की रक्षा के लिये पेड़ों का रोपण कर,े उन्हे संरक्षण दे।
स्वामी जी ने कहा कि क्रिसमस का उत्सव मनायें, यीशु के जन्म दिवस की खुशी मनायें, आपस में प्यार बांटे साथ ही प्राणवायु आॅक्सीजन को बांटने के लिये पेड़ भी लगायें। प्रत्येक पर्व को वृक्षारोपण से जोडे़ और अपनी धरा को भी जीवंत बनाये। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने क्रिसमस के अवसर पर वृक्षारोपण का संकल्प कराया।