गाय को राष्ट्रमाता के दर्जे की मुहिम
18 फरवरी को दिल्ली में महा जनआंदोलन गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलवाने की मांग देशभर में जोर पकड़ रही है। गौ सेवा से जुड़े संगठन इसके लिए संविधान में संशोधन कर गाय को पशु की श्रेणी से अलग कर राष्ट्रमाता का दर्जा देने की मांग कर रहे हैं। भारतीय गौ क्रांति मंच की ओर से इसके लिए 18 फरवरी को दिल्ली में महा जनआंदोलन किया जाएगा। रामलीला मैदान में होने वाले इस आयोजन में देशभर के गौ भक्त जुटेंगे।
देशभर में जागरुकता अभियान
गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलवाने और दिल्ली में 18 फरवरी के कार्यक्रम के लिए देशभर में जनजागरण अभियान और बैठकें आयोजित की जा रही हैं। इसी के तहत राजस्थान की राजधानी जयपुर में 10 फरवरी को ज्ञान आश्रम स्कूल के ऑडिटोरियम में ‘एक शाम गौमाता के नाम’ कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। जिसमें भारी संख्या में लोगों के जुटने की संभावना है। हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और कई अन्य राज्यों में भी इस अभियान के तहत आयोजन किए जा रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के नाहन में पिछले महीने हुई गौ क्रांति मंच की प्रदेश स्तरीय बैठक में 18 फरवरी को दिल्ली में प्रस्तावित महा आंदोलन को लेकर चर्चा हुई। वहीं ऋषिकेश में भी गौभक्तों ने जागरुकता रैली निकाली। गौ क्रांति मंच के बैनर तले हुए इस आयोजन में सैंकड़ों लोग शामिल हुए जिनमें भारी संख्या में महिलाएं भी मौजूद थीं। दिल्ली के आंदोलन के जरिए गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा और गौ मंत्रालय के गठन की मांग रखी जाएगी। गौ क्रांति मंच के मुताबिक राष्ट्रमाता का दर्जा मिलने के बाद गायों का संरक्षण आसान हो सकेगा।
राजस्थान में है गौ पालन मंत्रालय
राजस्थान पहला राज्य है जहां गौ पालन मंत्रालय का गठन किया गया है। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने चुनावी घोषणा पत्र में अलग से गौ मंत्रालय का वादा किया था जिसे पूरा करते हुए इसका गठन किया गया और ओटाराम देवासी देश के पहले गौ पालन मंत्री बने। फिलहाल अजय सिंह किलक गौ पालन मंत्री का जिम्मा संभाले हुए हैं।