नई दिल्ली, 16 नवम्बर; पीएम मोदी ने जैन संत विजय वल्लभ सूरीश्वर जी महाराज जी की 151 जयंती पर उनकी प्रतिमा का अनावरण किया. वर्चुअल तरीके से प्रतिमा का अनावरण करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे इस कार्यक्रम में शामिल होने का अवसर मिला.
गुजरात की माटी ने देश को दो बल्लभ दिए
पीएम मोदी ने कहा कि ये नव वर्ष आध्यात्मिक आभा का वर्ष है. इस वर्ष में गुरु बल्लभ के संदेशों को जन जन तक पहुंचाया जा रहा है. गुजरात की माटी ने देश को दो बल्लभ दिए. इनमें राजनैतिक क्षेत्र में सरदार बल्लभ भाई पटेल और आध्यात्म क्षेत्र में गुरु बल्लभ थे. दोनों ने दोनों ने भाईचारे के लिए पूरा जीवन समर्पित कर दिया.
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‘मुझे दो महापुरुषों की प्रतिमाओं के अनावरण का मौका मिला’
प्रधानमंत्री ने कहा,’ मेरा सौभाग्य है कि मुझे सरदार के स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के अनावरण का अवसर मिला था और आज संत बल्लभ की के स्टैचू ऑफ पीस के अनावरण का मौका मिला. मेरा विश्वास है स्टैचू ऑफ पीस विश्व में शांति सेवा अहिंसा की प्रेरणा स्रोत बनेगा.’
कौन थे विजय वल्लभ जी महाराज
श्री विजय वल्लभ सुरिश्वर जी महाराज (1870-1954) ने एक जैन संत केरूप में सादगीपूर्ण जीवन जीते हुए निस्वार्थ और समर्पण भाव से भगवान महावीर के संदेश को फैलाने का काम किया. उन्होंने जनता के कल्याण, शिक्षा के प्रसार, सामाजिक बुराइयों के उन्मूलन के लिए भी अथक परिश्रम किया. उनकी प्रेरणा से, कई राज्यों में कॉलेजों, स्कूलों और अध्ययन केंद्रों सहित 50 से अधिक शिक्षण संस्थान शिक्षण संस्थान संचालित हैं.
उनके सम्मान में अनावरण की जाने वाली प्रतिमा.को स्टैच्यू ऑफ पीस का नाम दिया गया है.151 इंच ऊंची, यह प्रतिमा अष्टधातु यानी 8 धातुओं से बनाई गई है, जिसमें तांबा प्रमुख घटक है, और इसे राजस्थान के पाली में विजय वल्लभ साधना केंद्र,जैतपुरा में स्थापित किया जा रहा है.
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