Protest Against Rape : बेटी है तो जीवन है
अजमेर शरीफ़ के शहरवासियों और समस्थ सर्व धर्म गुरुओं के साथ और क्रांति ग्रुप के तत्वावधान में दिनांक 15 अप्रेल 2018 रविवार को सायंकाल 6:30 बजे बजरंग गढ चौराहा स्थित विजय स्मारक पर अजमेर वासियों की ओर से उन्नाव, कठुआ और हाल ही में सूरत में हुई दुःखद घटना के विरोध मे प्रोटेस्ट अगेन्स्ट रेप कैण्डिल मार्च का आयोजन किया गया, जिसमें सैकडो की संख्या में स्कूल कॉलेज के छात्र छात्राएं, डाक्टर्स, सामाजिक कार्यकर्ता, युवा वर्ग, कर्मचारी संघ, सभी धर्मों एव वर्गों के के नागरिक तथा आमजन ने शामिल होकर इन घटनाओं की कड़ी भर्त्सना की ओर सरकार की उदासीनता के प्रति विरोध प्रकट करते हुए अपनी मांगे रखी।
सैय्यद अहसान यासीर चिश्ती ने बताया कि, “हम जिस मुल्क में रहते हैं उस मुल्क मे उस वतन की मिट्टी को हम माँ की तरह पूजते हैं इस मुल्क में औरतो को देवी का रूप मानकर उसकी पूजा की जाती हैं आज उसी माँ की कोख को उजाड़ा जा रहा है ओर उसी माँ की बेटियों की सरेआम बे आबरू किया जा रहा है जिसकी हम कड़ी निंदा करते हैं ओर मामले में गलती सिर्फ उन लोगों की नही है जो ये घिनोना क्रत्य करते हैं गलती उन लोगों की भी है जो इस क्रत्य को चुपचाप तमाशबीन बने देखतें रहते हैं ओर उन लोगों के खिलाफ आवाज नही उठाते हैं। आज हम समस्त अजमेर वासी सभी मजहबो सभी जातियों सभी वर्गों को एक साथ लेकर इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी सजा (सजाये मौत ) की मांग करते हैं। क्योंकि बेटी का कोई धर्म,मजहब नही होता बेटी सिर्फ बेटी होतीं हैं ओर एसे अपराधी जो ऐसे घिनोने काम करने के बाद अपने आपकों किसी धर्म,सम्प्रदाय ओर पार्टी से जोड़ते हैं ओर बचने की पुरी कोशिश करते हैं ओर उन्हें राजनेताओं की शय मिल जाती हैं हम इसका विरोध करतें हैं। इस मामले में हमारी सरकार से मांग है कि जो लोग ऐसे घिनौने और वहशी कामों मे उनका साथ देते हैं उनके खिलाफ भी कानून बनाना चाहिए”। जिस तरीके से कठुआ,उन्नाव ओर हाल ही में सूरत मे जिस वैहशी तरीकों से छोटी बच्चियों का रेप किया गया है ओर उनकों मार दिया गया है जिसकी हम पुरजोर तरीके से निंदा करते हुए हम अपील करते हैं ऐसे लोगों के खिलाफ सिर्फ ओर सिर्फ सजाये मौत का कानून बनाना चाहिए (एसिड अटेक) जिस तरीके से देखने को मिल रहा है कि जो बेटियां अपनी अस्मतो को बचाने के लिए अकेले लड़ाई लड़ती है उन पर कई बार एसिड अटेक जैसे हादसे हुये हैं हमारी सरकार से मांग की है कि ऐसे लोगों के खिलाफ जल्द से जल्द चार्जशीट पेश हो उनके खिलाफ सख्त से सख्त कानून हो ओर इन मामलों में जल्द से जल्द सुनवाई होकर इंसाफ मिले ओर इतना सख्त कानून बनें कि दोषी की रूह भी कांप जाये ओर दुबारा क़ोई इस तरहे की हरकत करने की कोशिश ना कर सके।
प्रोटेस्ट करने वालो मे यासीर चिश्ती, गुलाम किबरीया साहब, कमल पाटक महाराज, फ़ादर कोशमौस शेखावत, मुन्नवर चिश्ती, महेन्द्र सिंह रलावता, गद्दीनाशीन हाजी सय्यद सलमान चिश्ती, चन्द्रप्रकाश शर्मा, अहमद हुसैन, कशिश बायला, सुरेन्द्र सिंह शेखावत, जावेद खान, अब्दुल रशीद, ब्रह्म कुमारी ग्रूप, रागिनी चतुर्वेदी, किर्ती पाठक, सिस्टर एस फ़िलिप सोफ़िया कालेज प्रिन्सिपल, सबा खान, मंजू बधाई, शैलोनी साहु, रेणु मेघवाल,माँ भारती ग्रुप, पप्पू कुरैशी, सुनील लारा, लोकेश शर्मा, रूस्तम घौसी जेएलन मेङिकल कालेज के चिकित्सक, अजमेर शहरवासी एवं कर्मचारी सघंटन।