सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर पुरी शंकराचार्य जी की प्रतिक्रिया
केरल के भगवान अयप्पा के सबरीमाला में बनें मंदिर में महिलओं के प्रवेश को लेकर काफी ऊहापोह की स्थिति है। सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर में 10-50 वर्ष के बीच की महिलाओं के प्रवेश का आदेश दिया था। वहां रजस्वला महिलाओं के प्रवेश पर रोक है, जो भगवान अयप्पा के नैस्तिक ब्रह्मचारी रूप के कारण परंपरा की तरह 900 साल से मानी जाती रही है।
पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी ने इस विषय पर शास्त्र सम्मत व्याख्या की।
पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती