राजस्थान में मंदिरों का होगा विकास, बजट में धार्मिक क्षेत्रों के लिए कई घोषणाएं
राजस्थान की मुख्यमंत्री ने वित्त वर्ष 2018-19 के लिए प्रदेश का बजट पेश किया। 2 लाख 12 हजार करोड़ के बजट में धार्मिक क्षेत्र के लिए भी घोषणाएं की गईं। बजट में मंदिरों के विकास के लिए 10 करोड़ रुपए की राशि का प्रावधान किया गया है। इस राशि से डूंगरपुर के विजवा माता मंदिर, झुंझूनूं के लोहार्गल तीर्थ, रतनगढ़ (चूरू) के मुरली मनोहर मंदिर और रघुनाथ मंदिर का विकास किया जाएगा।बजट में मंदिर माफी से जुड़े विषयों और समस्याओं के समाधान के लिए उच्चस्तरीय समिति का गठन करने की घोषणा भी की गई है।
6 नए पैनोरमा स्थापित होंगे
इसके साथ ही बजट में छह नए धार्मिक पैनोरमा की घोषणा की गई है। इसके तहत अलवर में राजा भर्तृहरि, भीलवाड़ा के मालासेरी में भगवान देवनारायण, राजसमंद में महाराणा कुंभा माल्यावास मदारिया, सीकर में भक्त शिरोमणी करमेती बाई खण्डेला, अजमेर में श्री सैन महाराज, पुष्कर और चित्तौड़गढ़ में श्री परशुराम पैनोरमा बनाए जाएंगे। इनके लिए प्रदेश के बजट में 10 करोड़ की राशि का प्रावधान किया गया है।
इसके साथ ही कई अन्य जिलों में स्थित धार्मिक स्थलों के लिए भी घोषणाएं की गई हैं।
बारां जिले 10 करोड़ की लागत से बारां जिले के रामगढ़ माताजी के परिक्रमा पथ को चौड़ा किया जाएगा।
रामदेवरा भजन गायक रिखियों की ढाणी को रामदेवरा से जोड़ने के लिए 17 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जाएगा।
अजमेर–पुष्कर के बीच 55 करोड़ की लागत से वैकल्पिक टनल का निर्माण किया जाएगा।
अजमेर में 25 करोड़ की लागत से महर्षि दयानंद सरस्वती स्मारक एवं संग्रहालय का निर्माण किया जाएगा।
जनजाति स्वतंत्रता संग्राम, संग्रहालय, मानगढ़धाम के लिए 7 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है।
गौशालाओं के लिए घोषणा
बजट में गायों और गौशालाओं के लिए भी महत्वपूर्ण घोषणा की गई है।
गौशालाओं का चारा पशु आहार के लिए सहायता 3 महीने से बढ़ाकर 6 महीने की जाएगी।
हर जिले में एक नंदी गौशाला को 50 लाख का अनुदान दिया जाएगा।
रजिस्टर्ड गौशालाओं में आधारभूत संरचना विकास के लिए गौसंरक्षण एवं संवर्धन निधि से 50 लाख का राशि का प्रावधान।
25 गौशालाओं में बायो गैस प्लांट के लिए प्रति गौशाला लागत का 50 प्रतिशत या अधिकतम 40 लाख तक का अनुदान।
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रिपोर्ट– देवेन्द्र शर्मा
Email: sharmadev09@gmail.com