एक हजार वर्ष तक सुरक्षित रहेगा मंदिर
- पांच अगस्त को 49 हजार और सोना चांदी दान में आया
- अब तक ट्रस्ट में आया 30 करोड रुपया
- मुरारी बापू के सहयोग से 4 दिन में 11करोड़ ट्रस्ट में आए
- जगत गुरु रामभद्राचार्य जी ने भी एक करोड़ 51 लाख रुपए लिखने को कहा
- 6 महीने तक हम कोई भी विदेशी पैसा नहीं लेंगे
अयोध्या। श्री राम लला के भव्य मंदिर भूमि पूजन और प्रधानमंत्री के आगमन से अभिभूत उत्साहित श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय कारसेवक पुरम में प्रेस से मुखातिब हुए और कहा कि मैं रामलला के भूमि पूजन समारोह में आपकी सहभागिता के लिए आभार व्यक्त नहीं करूंगा और धन्यवाद भी नहीं दूंगा, क्योंकि यह देश जितना हमारा है उतना ही आपका है। भगवान राम की भव्य मंदिर निर्माण हिंदू समाज के प्रतिष्ठा का विषय था। मैं हमेशा कहता था कि यह हमारे मूंछों का विषय है और सम्मान की लड़ाई थी जिसके लिए हम लोगों ने अथक प्रयास किया और 5 अगस्त का भूमि पूजन सकुशल संपन्न हुआ। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि भगवान श्री राम का भव्य मंदिर कम से कम 1000 वर्ष तक चिरस्थाई रहे और आंधी तूफान से लड़ता रहे। जिसके लिए 200 फिट गहरी न्यू भरी जाएगी जिसमें लोहे का प्रयोग नहीं होगा। उन्होंने बताया लार्सन टर्बो कंपनी के इंजीनियर आ गए हैं और न्यू की ड्राइंग तैयार कर रहे है।
उन्होंने बताया की भूमि पूजन में उस दिन लगभग 49 हजार और सोना चांदी आया जिसको लॉकर में रख दिया गया है जब 200 फीट गहरी नींव खुद जाएगी तो यह सारे सामान उस नींव में डाल दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि नक्शे के लिए विकास प्राधिकरण में अप्लाई कर दिया गया है और यह नक्शा पूरे 70 एकड़ के लिए तैयार किया जा रहा है इसमें जो भी फीस लगेगी वह जमा किया जाएगा किसी प्रकार की कोई छूट की डिमांड नहीं की जाएगी। क्योंकि यह भगवान राम का काम है और सरकार जो भी फीस तय करेगी वह ट्रस्ट जमा करेगा।
अब तक ट्रस्ट में आया 30 करोड रुपया
चंपत राय ने बताया ट्रस्ट में अब तक 30करोड आ चुका है। जिसमें 12 करोड़ ट्रस्ट के पास पहले से ही था। उन्होंने यह भी बताया कि शिवसेना की पर्ची मिली है और एक करोड़ रूपया आ गया है जिसको मैं समझता हूं उद्धव ठाकरे जी के सहयोग से आया होगा और उनका संदेश हमें प्राप्त हुआ है कि अभी और पैसा हम भेजेंगे। उन्होंने कहा मुरारी बापू के सहयोग से 4 दिन में 11 करोड़ ट्रस्ट में आए। आगे उन्होंने बताया गुजरात के एक बनवासी संत है उन्होंने 51 लाख रुपया देने को कहा है और 11 लाख रुपया 5 तारीख को दे भी दिए है।
उन्होंने कहा जगत गुरु रामभद्राचार्य जी ने भी एक करोड़ 51 लाख रुपए लिखने को कह दिया है अभी प्राप्त नहीं हुआ। बाबा रामदेव ने कितना दिया पूछे जाने पर उन्होंने कहा बाबा रामदेव हमारे घर के हैं अभी उनसे हमने मांगा नहीं है जल्द मांगेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास जी महाराज कहते हैं कि भगवान के कार्य में पैसे की कमी नहीं होगी और वह बात सत्य हो रही है। उन्होंने कहा कि सभी विदेशी पैसा नहीं ले रहे है क्योंकि विदेशी पैसा लेने के लिए गृह मंत्रालय में रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है जिसमें समय लगता है अभी हमने विचार किया है कि 6 महीने तक हम कोई भी विदेशी पैसा नहीं लेंगे।
महासचिव चंपत राय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की और कहा की संस्कार माता-पिता से प्राप्त होते है जो मोदी जी में है उन्होंने भगवान राम का और वहां उपस्थित संतों का साष्टांग दंडवत प्रणाम किया। योगी जी के बारे में उन्होंने कहा कि योगी जी की तीन पीढ़ी इस आंदोलन से जुड़ी हुई है और बाबा वैद्यनाथ 1984 में पहले अध्यक्ष भी थे इसलिए मैं उनका कोई आभार और धन्यवाद भी व्यक्त करूंगा वह इस आंदोलन में सहभागी है। उन्होंने कहा कि मैं उन सभी लोगों का धन्यवाद करता हूं जिन्होंने काफी मेहनत करके इस कार्यक्रम को सफल बनाया। आंदोलन से जुड़े हजारों संत और करोड़ों लोग इस कार्यक्रम के गवाही बनना चाहते थे लेकिन कोरोनावायरस यह संख्या सीमित रही और अयोध्या के मात्र 52 संतो को ही हम आमंत्रित कर सकें इसके लिए मैं सभी का आभार व्यक्त करता हूं।
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