केरल में सार्वजनिक तौर पर एक बछड़े की हत्या कर बीफ पर विरोध जताने वाले कांग्रेस के दो कार्यकर्ताओं को पार्टी से निकाल दिया गया है। राहुल गांधी ने ट्विटर पर इसकी भर्त्सना भी की है। उन्होंने लिखा कि, ‘केरल में जो हुआ वो क्रूर है और मुझे या मेरी पार्टी ऐसे किसी भी चीज़ को बर्दाश्त नहीं करेगी. मैं कड़े शब्दों में इस घटना की आलोचना करता हूं.’ पर मामला इससे शांत नहीं हो रहा है। मद्रास आईआईटी में केन्द्र के नए कानून के विरोध में पचास छात्रों ने बीफ पार्टी का आयोजन किया। उधर बैंग्लोर में आज बीफ पार्टी में आने का न्यौता दिया गया है।
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देश के संतों ने इस सारी घटना पर कड़ा विरोध जताया है। कर्नाटक के गोकर्ण पीठ के प्रमुख श्री राघेश्वर भारती स्वामीजी ने आज बैंग्लोर में होने वाली बीफ पार्टी का शांत विरोध जताने का आह्वान किया है। दूसरी और देश के दो पीठों के शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वतजी ने गाय की हत्या करने वालों के लिए एनएसए कानून की मांग की है। सुनिए क्या कहा उन्होंने….
https://youtu.be/IrETyiuo6vE
वृंदावन से लेकर जोशीमठ तक हर ओर केरल में हुई नृशंस घटना का विरोध है, सभी धर्मों के संत अपने तरीके से इस बात को कह रहे हैं। और धर्मों के संत भी मांसाहार के खिलाफ अपनी बात रखने सामने आए। सिंधी धर्मगुरू दादा जेपी वासवानी से शाकाहार की बात को प्रमुखता से रखते हुए एक खास संदेश जारी किया।
उधर वृंदावन के प्रसिद्ध भागवताचार्य पुण्डरीक जी महाराज ने एक वीडियो मैसेज के जरिए ये बताया कि कैसे वेदों में गाय का प्रकृति संतुलन से नाता बताया गया है। उन्होंने आज की होने वाली ग्लोबल वार्मिग की समस्या के मूल में गौ हत्या की बात को तार्किक तरीके से रखा…
जाहिर है गाय की महत्ता से हर कोई वाकिफ है। इस्लाम में भी मोहम्मद साहब ने गाय के दूध और घी के गुणों की बात की है, और उसकी हत्या नहीं करने की वकालत की है। शंकराचार्य स्वरूपानंदजी ने गाय को सभी से जुड़ा हुआ बताकर एक भावनात्नक अपील भी की।
https://youtu.be/ft0-ar1hxHQ