नयी दिल्ली, 4 जून; आठ जून से अनलॉक 1 के तहत देश में सभी मंदिरों को खोला जाना है इसके लिए सभी राज्य के मंदिरों के प्रबंधन बोर्ड ने तैयारियां शुरू कर दी है,इससे दर्शन करने की परंपराओं में काफी बदलाव आ जाएगा।
कुछ राज्यों ने इन धार्मिक स्थलों के लिए अलग से गाइडलाइंस भी जारी कर दी है, जिसमें दर्शनार्थियों की संख्या को सीमित करने, प्रसाद चढ़ाने और चरणामृत आदि ना देने के लिए कहा गया है।
क्या है गाइडलाइन्स
कतार में लगने वाली बैरिकैडिंग की व्यवस्थाएं भी बदलेंगी। रस्सियों या प्लास्टिक के डिवाइडर जो कम हाइट के हों, लगाए जाएंगे ताकि लोग उन्हें छुए नहीं।
श्रद्धालुओं को बड़े समूह में प्रवेश नहीं दी जाएगी। छोटे-छोटे समूहों में ही मंदिर में जा सकेंगे।
मंदिर में घंटियां हटाई जाएंगी। ताकि हर कोई इसे बजाने के लिए ना छुए।
श्रद्धालुओं द्वारा लाए गए हार-फूल और प्रसाद पर रोक लग सकती है।
गर्भगृहों में प्रवेश रोका जा सकता है, क्योंकि वहां जगह कम होती है और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो सकता।
कर्मचारियों और पुजारियों का नियमित हेल्थ चेकअप होगा।
जानिये इन धार्मिक स्थलों की व्यवस्था
बांकेबिहारी मंदिर, मथुरा
उत्तर प्रदेश सरकार ने मंदिरों को खोलने को लेकर कोई गाइड लाइन जारी नहीं की है। फिलहाल मंदिर में प्रवेश बंद हैं, भगवान की सेवाएं जारी हैं। सरकार से 8 जून के पहले गाइड लाइन मिलने की उम्मीद है। मंदिर को अभी रोज सेनेटाइज किया जा रहा है।
तिरुपति बालाजी
अब तिरुपति बालाजी मंदिर में श्रद्धालुओं को टाइम स्लॉट के हिसाब से दर्शन का समय पहले ही दिया जाएगा।
इसके लिए एक दिन पहले ही बुकिंग होगी।
हर एक ये डेढ़ घंटे के स्लॉट के बाद मंदिर को सैनेटाइज किया जाएगा।
इसके बाद ही अगले स्लॉट में दर्शन कराने की व्यवस्था होगी।
एक स्लॉट में अधिकतम 500 लोग हो सकते हैं।
वैष्णोदेवी, जम्मू
वैष्णोदेवी मंदिर के भी 8 जून से खुलने की तैयारी शुरू हो गई है।
यहां यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यहां मिलने वाली घोड़े और पिट्ठु की सेवाओं पर भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
ऐसी सेवाएं देने वाले लोगों का भी कोरोना टेस्ट किया जा रहा है।
वैष्णोदेवी श्राइन बोर्ड शुरुआत में करीब 450 घोड़ों की सेवा ले सकता है।
इसके लिए हर तरह से इनका टेस्ट किया जा रहा है।
यहां भी श्रद्धालुओं की संख्या पर नियंत्रण रखा जाएगा।
यह भी पढ़ें-माँ बगलामुखी से जुड़े प्रभावशाली मन्त्र : जाप का तरीका और प्रभाव
जगन्नाथ पुरी, उड़ीसा
जगन्नाथ मंदिर भी 8 जून से खुलने के संकेत हैं लेकिन यहां भगवान के दर्शन जून अंत में ही हो पाएंगे।
5 जून को पूर्णिमा स्नान उत्सव है, इसके बाद भगवान बीमार होकर क्वारेंटाइन हो जाएंगे।
फिर, सीधे रथयात्रा वाले दिन यानी 23 जून को ही बाहर निकलेंगे।
रथयात्रा के साथ वे मौसी के घर जाएंगे। जहां से नौ दिन बाद लौटेंगे।
इस तरह पुरी मंदिर में जून अंत तक ही दर्शन शुरू हो पाने की संभावना है।
मीनाक्षी मंदिर, तमिलनाडु
तमिलनाडु सरकार ने यहां लॉकडाउन 30 जून तक बढ़ा दिया है ।
इसके बाद अब मदुरै का मीनाक्षी मंदिर 30 जून के बाद ही खुलेगा।
मीनाक्षी मंदिर में एक दिन 15000 से ज्यादा दर्शनार्थी आते हैं।
लेकिन, अब इस संख्या को कम किया जा सकता है।
सोमनाथ मंदिर, गुजरात
प्रथम ज्योतिर्लिंग सोमनाथ मंदिर भी 8 जून से खुल जाएगा।
मंदिर प्रबंधन के मुताबिक सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क आदि अनिवार्य किया गया है।
दर्शनार्थी घंटियां नहीं बजा सकेंगे, अभिषेक और पूजन भी कर सकेंगे।
पुजारी किसी को नहीं छुएंगे, ना ही दर्शनार्थियों को कुछ छूने की अनुमति होगी।
बाहर से कुछ सामान लाने की इजाजत नहीं होगी।
अंबाजी मंदिर, गुजरात
गुजरात के शक्तिपीठ अंबाजी में भी बाहरी प्रसाद लाने पर रोक लगाई जाएगी।
श्रद्धालुओं को बिना प्रसाद और चढ़ावे के ही दर्शन करने होंगे।
मंदिर में निश्चित दूरी पर ही श्रद्धालुओं को कतार में लगना होगा।
[video_ads]
You can send your stories/happenings here:info@religionworld.in