योगी आदित्यनाथ और कई संतों ने पालघर मामले में उठाए कदम, दोषियों को कड़ी सजा की मांग
पूरे देश को रोष में लाने वाला पालघर मॉब लिचिंग कांड ने सबको हिलाकर रख दिया है। जूना अखाड़ा के दो संतों को एक भीड़ द्वारा पीट-पीट कर मार देने के बाद दोषियों के पकड़े जाने का सिलसिला शुरू हो गया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने रविवार रात को ट्वीट करके इसकी सूचना दी।
The Palghar incident has been acted upon. The police has arrested all those accused who attacked the 2 sadhus, 1 driver and the police personnel, on the day of the crime itself.
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) April 19, 2020
इस गंभीर मामले को संतों में भी बहुत गुस्सा है। उत्तर प्रदेश के कई धार्मिक शहरों में संतों ने इस घटना पर चिंता जताई। चित्रकूट के जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी महाराज के शिष्य स्वामी जी ने महाराष्ट्र के राज्यपाल से इस विषय में कार्यवाई की मांग की। ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने भी इस विषय पर राज्यपाल से चर्चा की।
वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उद्धव ठाकरे से बात करके कड़ी कार्यवाई की मांग की। उन्होनें ट्वीट किया कि, ‘महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री द्वारा यह बताया गया कि कुछ लोग गिरफ्तार कर लिए गए हैं और शेष को चिह्नित कर सभी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।’ बता दें कि महाराष्ट्र के पालघर के गड़चिनचले गांव में दो साधुओं की पीट-पीटकर निर्मम हत्या कर दी गई। यह पूरी घटना वहां मौजूद कुछ पुलिसकर्मियों के सामने हुई।
घटना 17 अप्रैल की रात की है। तीनों मृतक अंतिम संस्कार में शामिल होने कांदिवली से सूरत जा रहे थे। उन्होंने एक वैन किराये में ली थी। लॉकडाउन के बीच वे 120 किमी का सफर तय कर चुके थे। गड़चिनचले के पास वन विभाग के एक संतरी ने उन्हें रोक दिया। साधुओं की निर्मम हत्या का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।