सावन का सोमवार 2019 : क्या करें, पूजा विधि
- सावन के सोमवार हैं शिव को प्रिय
सावन महीने के प्रत्येक सोमवार को शिव की पूजा करनी चाहिए। इस दिन व्रत रखने और भगवान शिव के ध्यान से विशेष लाभ प्राप्त किया जा सकता है। सोमवार का व्रत भगवान शिव की प्रसन्नता के लिए किया जाता है। सोमवार का प्रतिनिधि ग्रह चन्द्रमा है और चन्द्रमा मनका कारक होता है। मनुष्य के मन का नियंत्रण चंद्रमा करता है। चन्द्रमा भगवान शिव जी के मस्तक पर विराजमान है। इसलिए जो भी शिव की आराधना करता है शिव उसके मन को नियंत्रत करते हैं।
श्रावण में सोमवार के दिन व्रत के लिए सूर्योदय से पहले उठकर दैनिक क्रियाओं को करके स्नान करें। गंगा जल से भगवान शिव की मूर्ति, तस्वीर या शिवलिंग को धोएं। तांबे के लोटे या अन्य पात्र में जल भरकर उसमें गंगा जल मिला लें। भगवान शिव का जलाभिषेक करें और उनको सफेद फूल, अक्षत्, भांग, धतूरा, सफेद चंदन, गाय का दूध, धूप आदि अर्पित करें।
इसके पश्चात ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करें। अंत में शिव चालीसा करें और शिवजी की आरती करें।
श्रावण के व्रत
श्रावण के इस खास महीने में तीन प्रकार के व्रत रखे जाते हैं:
● सावन सोमवार व्रत : श्रावण मास में सोमवार के दिन जो व्रत रखा जाता है उसे सावन सोमवार व्रत कहा जाता है। सोमवार का दिन भी भगवान शिव को समर्पित है।
● सोलह सोमवार व्रत : सावन को पवित्र माह माना जाता है। इसलिए सोलह सोमवार के व्रत प्रारंभ करने के लिए यह बेहद ही शुभ समय माना जाता है।
● प्रदोष व्रत : सावन में भगवान शिव एवं माँ पार्वती का आशीर्वाद पाने के लिए प्रदोष व्रत प्रदोष काल तक रखा जाता है।
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