शनिदेव होंगे मार्गी : 6 सितंबर 2018 : राशियों पर असर
न्याय के देवता शनिदेव टेढ़ी चाल चलते हुए लगभग 4 माह 19 दिन बाद अपनी वक्रगति की यात्रा संपन्न कर आगामी 6 सितंबर को सायं 4:36 मिनट पर मार्गी हो रहे हैं। इस वर्ष शनिदेव 18 अप्रैल को सुबह 7:15 मिनट पर वक्री हुए थे। अपनी वक्र गति के मध्य अधिकांशत: समय ये केतु के नक्षत्र मूल एवं बृहस्पति की राशि धनु में विचरण करते रहे।
खास बात यह है कि इस दौरान भी शनि राशि परविर्तन नहीं करेंगे। इस दौरान वृश्चिक, धनु और मकर पर साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा। वृश्चिक राशि वालों के लिए रहेगा मंगलप्रद। वहीं धनु और मकर के लिए तनाव लाएगा और झंझटों का जाल बुनेगा। वृषभ और कन्या पर रहेगी शनि की ढैय्या। वृष का बढ़ेगा मेैंटल स्ट्रैस और कन्या पर रहेगी कुबेर और लक्ष्मी की विशेष कृपा। जिसके चलते उन्हें मिट्टी में हाथ डालना भी सोने के समान लाभ देगा।
ज्योतिर्विद पण्डित दयानन्द शास्त्री के अनुसार 6 सितंबर 2018 गुरुवार को सायं 05.02 बजे धुन राशि में ही मार्गी होगा। शनि मार्गी की अवधि कुल 142 दिनों की रहेगी। इस परिवर्तन का आपकी राशि पर प्रभाव जानने के लिए यह राशिफल पढ़ें। यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है।
ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानन्द शास्त्री ने बताया कि शनिदेव का वक्री अथवा मार्गी होना पृथ्वीवासियों के प्रति बड़ी घटना के रूप में देखा जाता है। जिस राशि पर भ्रमण करने के मध्य ये वक्री रहते हैं, उन्हें काफी मानसिक पीड़ा का सामना करना पड़ता है। अब इस वर्ष शनिदेव दोबारा वक्री नहीं होंगे। आइए जानते हैं कि शनि का मार्गी होना किसके लिए खोलेगा तरक्की का द्वार और किन्हें करना होगा 2019 का इंतजार…
मेष : मेष राशि के लिए नवम् शनि यद्यपि सफलता तो दिलाएंगे, लेकिन उसके लिए उन्हें धैर्य रखना होगा। देर से ही सही लेकिन आपके प्रयास सफल होंगे। शनि का मार्गी होना आपकी उन सभी योजनाओं के लिए शुभ साबित होगा, जिस पर आप लंबे समय से कार्य करते चले आ रहे हैं।
वृषभ : आपकी राशि से अष्टम भाव में शनि अब आपको अत्यधिक भागदौड़ कराएंगे। जिसके परिणामस्वरूप छोटे-मोटे कार्यों को पूरा करने में भी और अधिक समय लगेगा। इस अवधि के मध्य आपको अपने शत्रुओं से सावधान रहना होगा। विरोधी पक्ष षडयंत्र रच आपको फंसाने की कोशिश करेंगे। वहीं आपकी राशि में शनि की ढैय्या स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डालेगी। लेकिन अक्टूबर से आपकी परेशानियों में कमी आना शुरु हो जाएगी।
मिथुन : सप्तम शनि आपके लिए कार्य और व्यापार में उन्नति प्रदान करेंगे। आपके द्वारा उठाए गए नए कदम और कठिन मेहनत की कार्यक्षेत्र में प्रशंसा होगी। लेकिन अपने दांपत्य जीवन पर विशेष ध्यान दें। पत्नी या प्रेमिका की भावनाओं की अनदेखी करने का असर जीवन या प्रेम संबंधों पर पड़ सकता है।
कर्क : आपकी राशि से ऋण रोग और शत्रु भाव में शनि कार्य और व्यापार में उम्मीद से अधिक लाभ दिलाएंगे। कोर्ट-कचहरी में लंबें समय से चले आ रहे मामलों का निबटारा होगा। मुकदमों में फैसला आपके पक्ष में आएगा। ननिहाल पक्ष से कुछ अप्रिय समाचार मिल सकता है।
सिंह : आपकी राशि से त्रिकोण में शनि संतान के प्रति चिंता पैदा करेंगे। बेटे या बेटी के कॅरिअर को लेकर मन परेशान रहेगा। प्रेम संबंधों में वियोग का सामना करना पड़ेगा, इसलिए अपनी ईगो पर नियंत्रण करें। शिक्षा-प्रतियोगी परीक्षा में अधिक सफलता के लिए जी-जान से जुट जाएं।
कन्या : शनिदेव के मार्गी होने के फलस्वरू आपके पारिवारिक कलह और मानसिक अशांति में कुछ कमी आएगी। सगे-संबंधियों से चले रहे विवाद को लेकर मन चिंतित रहेगा। माता-पिता के स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें। घर-बाहर और यात्रा के दौरान चोरों और जेबतराशों से बचें।
तुला : शनि के मार्गी होने से आपके साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी। कार्यक्षेत्र में दो कदम आगे बढ़कर जिम्मेदारियों को बखूबी निभाएंगे। घर परिवार में लंबे समय से चला आ रहा तनाव खत्म होगा। भाई-बहनों के बीच गलतफहमियों के दूर होने से आपसी मतभेद कम होगा।
वृश्चिक : आपकी राशि से धन भाव में शनि का होना आकस्मिक धन प्राप्ति का योग बना रहा है। ऐसे में आपको आकस्मिक लाभ का योग बन रहा हैव शेयर बाजार से भी अच्छा मुनाफा मिलेगा। लेकिन कामकाज की व्यस्तता के चलते परिवार की अनदेखी न करें। वाद-विवाद से बचें नहीं तो पारिवारिक कलह से अशांति बढ़ सकती है।
धनु : वक्री शनि के दुष्प्रभाव के परिणामस्वरूप विगत कई महीनों से चली आ रही जो आपकी मानसिक और आर्थिक परेशानियां थीं, वो काफी हद तक कम हो जाएंगी। आपके रास्ते में कांटे बिछाने वाले शत्रु खुद उसका शिकार होंगे। विरोधियों पर विजय मिलेगी। लेकिन शरीर में कैल्शियम की कमी न होने दें।
मकर : आपके राशिस्वामी शनिदेव मार्गी हो रहे हैं, अत: ऐसे में यदि आप इसी तरह सच्चाई का साथ देते रहे तो निश्चित रूप से आपको कार्य-व्यापार में अप्रत्याशित सफलता मिलेगी। शनि न्याय के देवता हैं, इसलिए किसी भी जातक के द्वारा किए गए गलत अथवा सही कार्य का फल उसी तरह देंगे। अत: सदाचार एवं संयम से कार्य में प्रगति मिलेगी
कुंभ : आपकी राशि से लाभ स्थान में शनि आय के एक से अधिक स्रोत बनाएंगे। देखा जाए तो यह आपकी चारित्रिक परीक्षा का भी समय रहेगा। यदि आप प्रशासनिक अधिकारी हैं, तो रिश्वत के प्रलोभन से बचें। किसी प्रकार के लालच एवं प्रलोभन के चक्कर में न फंसें, नहीं तो बड़ी परेशानियां झेलनी पड़ सकती है।
मीन : दशम शनि आपके कार्य क्षेत्र में विस्तार लाएंगे। छोटी पूंजी से शुरु किये गए कार्य को विस्तार देने के लिए आपको कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव मिलेंगे। लेकिन ध्यान रहे कि इनकी मारक दृष्टि सुख भाव में होने के कारण मानसिक अशांति बढ़ सकती है। विशेष रूप से मॉं के स्वास्थ्य को लेकर चिंता कायम रहेगी।
- पण्डित दयानन्द शास्त्री, ज्योतिर्विंद