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शिरडी का श्री साईं प्रसादालय : जहाँ से कोई भूखा नहीं जाता

शिरडी का श्री साईं प्रसादालय: जहाँ से कोई भूखा नहीं जाता

श्री साईं बाबा संस्थान ट्रस्ट ने एशिया के सबसे बड़े प्रसादलय का निर्माण किया है. इस प्रसादालय में , 5,500 भक्तों के बैठने की व्यवस्था है. जिसमें रोजाना 100,000 से अधिक भक्तों को भोजन करना संभव हो जाता है। आम दिनिं में यह प्रसाद ग्रहण करने वाले लगभग 35,000-40,000 साईं भक्तों  होते हैं वहीँ त्यौहारों / छुट्टियों के दौरान लगभग 70,000-80,000 तक इन भक्तों की संख्या पहुँच जाती है. श्री साईं बाबा संस्थान ट्रस्ट औसतन शिरडी जाने वाले तीर्थयात्रियों के भोजन की व्यवस्था के लिए सालाना 190 मिलियन खर्च करते हैं। हर साल लगभग 1 करोड़ साईं भक्त इस भोजन रुपी प्रसाद को ग्रहण कर रहे हैं.

पूर्व राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा पाटिल द्वारा 8 जनवरी 2009 को प्रसादालय का उदघाटन किया. इसके निर्माण में 22,93,65,371 रुपये का खर्चा आया. यह परिसर 7.5 एकड़ भूमि पर बनाया गया है और इसमें 2 हेक्टेयर 85 आर का एक निर्मित क्षेत्र है। यह श्री साईं बाबा समाधि मंदिर से लगभग  700 मीटर दूर है। भूतल पर एक विशाल हॉल का निर्माण किया गया है, जिसमें 3,500 भक्तो के बैठने की व्यवस्था है. प्रथम तल पर २ अलग अलग हॉल बनाये गए हैं प्रत्येक हॉल में 1,000 भक्तों के बैठने की व्यवस्था है.

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हॉल में पर्याप्त प्राकृतिक प्रकाश देने के लिए पॉलीकार्बोनेट और मंगलोरीय टाईल्स से बने चौदह गुंबदों का निर्माण किया गया है, ताकि बिजली कटौतीसे  प्रसाददल की  गतिविधियां बाधित न हों.

हर सुबह 7 बजे से 10 बजे नाश्ते के पैकेट वितरित किए जा रहे हैं। प्रत्येक नाश्ता पैकेट में 5 पुरी और अनाज वाली सब्जियां (जैसे कि बीन्स, मूंग, मसूर, ग्राम, मटर आदि …) लगभग 100 ग्राम, साथ में मिठाई भी होती है। इसके लिए केवल 4 रुपये चार्ज किया जाता है.

रोजाना औसतन 9,000-10000 भक्त साईं प्रसादालय में नाश्ता ग्रहण कर रहे हैं.

श्री साई बाबा संस्थान में  स्वच्छ तरीके से प्रसाद भोजनबनाया जाता है. साई प्रसादालय के भूतल में वयस्कों के लिए 10 रुपये की और 5 रुपये बच्चों के लिए प्रसाद भोजन वितरित कर रहे हैं.

प्रथम तल के हॉल में विशेष साईं प्रसाद भोजन वयस्कों के लिए 40 / – रुपये और बच्चों के लिए 20 / – रुपये में भक्तों को वितरित किया जा रहा है. यहां भक्तों को असीमित भोजन दिया जाता है.

साईं प्रसादलय के अलावा, यहां तैयार भोजन साईं भक्तिनिवास, साईं आश्रम चरण 1 और चरण 2 और साईं अस्पताल जैसे शिरडी के अन्य स्थानों पर भी उपलब्ध कराया जाता है.

साईं बाबा संस्थान द्वारा भक्तों को मासिक पास भी जारी किया जाता है। सब्जियों को ताजा रखने के लिए विशाल रेफ्रिजरेटिंग रूम बनाए गए हैं। अधिकतर खाना पकाने सौर ऊर्जा के साथ किया जाता है. यहां खाना पकाने का कार्य आधुनिक मशीनों के साथ किया जाता है, जिससे स्वच्छता को सर्वोच्च प्राथमिकता मिलती है।

प्रसादालय में  महाराष्ट्रीयन भोजन उपलब्ध कराया जाता है. इसमें दाल, चावल, चपाती, दो सब्जियां और मीठे में बर्फी शामिल है।

जो तीर्थयात्री आर्थिक रूप से असमर्थ हैं उनके लिए  “अन्नदान कौशल” नामक एक और हॉल है, जिसमें 150 लोगों की क्षमता है और ट्रस्ट मुफ्त में भोजन परोसता है।

गणपति तात्या, प्रसादलय पर्यवेक्षक बताते हैं: “हर दिन सिर्फ 100 लोग यहां चपाती बनाने के लिए आते हैं। प्रसादलय हमेशा भरा रहता है। हम यहां आने वाले सभी लोगों को भोजन की सेवा करना पसंद करते हैं, हम नहीं चाहते कि शिरडी दर्शन करने वाला कोई  भी व्यक्ति भूखा रहें, और उन्हें खुश और संतुष्ट होना चाहिए।

“वर्ष 2010 में साईं प्रसादालय द्वारा भोजन, सुविधा और स्वच्छता की गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए, आईएसओ 9001-2008 प्रमाणीकरण  दिया गया था।

प्रसादालय का आईएसओ प्रमाणन नवीनीकृत किया गया था और आईएसओ 9001: 2009 से सम्मानित किया गया था।

सबसे बड़े आध्यात्मिक केंद्रों में से एक, श्री साईं बाबा संस्थान ट्रस्ट पर्यावरण की मदद के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने के लिए भी जाना जाता है। गैर परंपरागत ऊर्जा स्रोतों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए, संस्थान ने इस प्रसाद में सौर ताप पाक कला प्रणाली स्थापित की है। गैर-परंपरागत ऊर्जा संसाधन मंत्रालय, नई दिल्ली के अनुसार, यह दुनिया की सबसे बड़ी सोलर हीटिंग कुकिंग सिस्टम  के रूप में जानी जाती है.

श्री साई बाबा संस्थान की साई प्रसादालय को 13 अक्टूबर 2013 को आईएसओ -22000-2005 प्रमाणीकरण मिला।

श्री साईं बाबा संस्थान को 17 दिसंबर, 2013 को भारत सरकार द्वारा गैर-पारंपरिक ऊर्जा मंत्रालय से सबसे बड़ा सौर भाप पाक परियोजना पुरस्कार मिला।

श्री साईं बाबा संस्थान के साईं प्रसादलय को शुक्रवार, 16 अक्टूबर 2015 को आईएसओ 22000-2005 (खाद्य सुरक्षा मानक) का नवीनीकरण प्रमाणन मिलाप्रसादलय सुबह 10 बजे से शाम 10 बजे तक खुला रहता है।

सर्वप्रथम भोजन साईं बाबा को दिया जाता है और फिर भक्तों को सेवा दी जाती है।

श्री साईं बाबा संस्थान ने मंदिर परिसर और संस्थान आवासीय भवनों के भक्तों को श्री साई प्रसादलय तक जाने ले जाने के लिए सुबह 10 बजे से शाम 10 बजे तक बस सेवा प्रदान की जाती है।

Post By Shweta