श्रावण मास में भगवान शिव के पूरे परिवार की भी पूजा अर्चना की जाती है। कहा जाता है कि भगवान शिव श्रावण मास में भक्तों की श्रद्धा और जल प्राप्त करके ही प्रसन्न हो जाते हैं। आइए जानते हैं कि भगवान शिव की पूजा में किन वस्तुओं को अर्पित किया जाता चाहिए एवं उनका क्या महत्व होता है।
जल: श्रावण मास में भगवान शिव की पूजा करते समय उनको पवित्र जल या गंगा जल अर्पित किया जाए, तो हमारा मन निर्मल और शांत होता है।
शक्कर: भगवान शिव को पूजा के समय शक्कर अर्पित करने या शक्कर से अभिषेक करने से व्यक्ति सुखी जीवन व्यतीत करता है।
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चंदन: देवों के देव महादेव को पूजा में चंदन चढ़ाने से भक्तों में शीतलता, सौम्यता आदि में वृद्धि होती है।
शहद: भगवान शंकर को पूजा करते समय शहद का भी भोग लगाया जाता है। शहद अर्पित करने से व्यक्ति के मन से कटुता दूर होती है।
भांग: शिव ही ऐसे भगवान हैं, जिनकी पूजा में भांग चढ़ाया जाता है। इसका कारण यह है कि समुद्र मंथन से निकले विष को पीकर भगवान शिव शंकर नीलकंठ कहलाए। भांग बुराई का प्रतीक माना गया है। जिस प्रकार शिव जी ने विष का पान करके संसार की रक्षा की थी, ठीक उसी प्रकार भक्त उनको अपनी बुराइयों के रूप मे भांग अर्पित करते हैं ताकि भगवान उनकी बुराइयों को हर लें और उनकी रक्षा करें।
घी: महादेव को पूजा में घी चढ़ाने का भी अपना ही महत्व है। इससे व्यक्ति की शक्ति बढ़ती है।
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