सुंदरदास महाराज : एक मायावी शख्स की रहस्यमयी दुनिया
सुंदरदास महाराज। जिन्हें उनके भक्त राम स्नेही महाराज के नाम से भी जानते हैं, जोधपुर के बावड़ी तहसील के ग्राम पंचायत बिराई के राम चौकी आश्रम के महंत है। उनपर उनकी एक शिष्या ने बलात्कार का आरोप लगाया है। बीते दिनों में संतों पर ऐसे मामलों की भरमार सी लग गई है और इनमें से कई मामले सही पाए गए है। रिलिजिन वर्ल्ड ने सुंदरदास महाराज के बारे में जब अधिक जानना चाहा तो कई नई बातें पता लगी, जो आपको बताना जरूरी है।
बिराई गांव छोटा सा है। यहां की आबादी के लिहाज से इस गांव में बने इस आश्रम को महल ही कहा जा सकता है। 300 बीघे जमीन में बसे राम चौकी आश्रम की चहारदीवारी में रहते है सुंदरदास महाराज और उनसे सैकड़ों भक्त। इस आश्रम के नियम इतने कड़े कि कोई भी सोचने को मजबूर हो जाए। आप इंटरनेट पर इस आश्रम के बाहर की गिनी चुनी तस्वीरें ही खोज पाएंगे और इनके किसी भी आयोजन की फोटो शेयर करने की सजा भी तय है। हाल ही में एक भक्त ने बताया कि…
7 मार्च 2017 को बिराई के इस आश्रम के एक आयोजन में गया….रामचौकी ट्रस्ट का एक देवल हमारे ग्राम मिण्डोली में है, मिण्डोली मे हर साल यहाँ फाल्गुन मे वरषी महोत्सव मनाया जाता है …मै भी इस बार वरषी मे शामिल हुआ मिण्डोली से …तथा एक मोबाइल से फोटो लेकर सोशल मिडिया पर अपलोड कर दिया…उस पर ये शब्द लिखे..”आज मिण्डोली मे रामचौकी सम्प्रदाय के सन्तो द्वारा अपने गुरु महाराज का पाटोउत्सव मनाया गया तथा गुरु महाराज का आशिर्वाद मिला” मगर उस सन्त ने मुझे धमका कर 1100 ₹ फेसबुक पर फोटो अपलोड करने के जूर्म मे जुर्माना लिया …वहाँ पर फोटो नहीं खिचने के बारे मे कोई सुचना नहीं थी….
राम चौकी आश्रम 300 बीघे में बना है।
आश्रम का निर्माण 30 साल पहले हुआ
यहां निर्माण का कार्य हमेशा जारी रहता है
आश्रम में कोई भी बाहरी प्रवेश नहीं कर सकता है
आश्रम में 400 से ज्यादा फ्लैट हैं
हर फ्लैट लाखों रूपए लेकर भक्तों को दिए जाते है
फ्लैट पर आश्रम का सदैव मालिकाना हक होता है
किसी के फ्लैट छोड़ने या गुजरने के बाद फ्लैट आश्रम किसी और से पैसे लेकर उसे देता है
आश्रम में मूर्ति पूजा वर्जित है।
महंत को भगवान मानकर यहां उसकी पूजा की जाती है
आश्रम ने अपने नियम कायदे-कानून बना रखें है।
राम चौकी आश्रम में महिलाओं के लिए अलग आश्रम की व्यवस्था की गई है।
आसपास के गांव वालों और आश्रम के अंदर के लोगों के बीच कई बार होने वाले लड़ाई झगड़ों के कारण स्थानीय थाने में दो दर्जन के अधिक मामले दर्ज है।
आश्रम के अंदर वस्त्रों को पहनने को लेकर नियम है
पुरुषों को पैन्ट-शर्ट पहनने पर पाबंदी है
आश्रम में केवल भक्तों को ही प्रवेश मिलता है।
महंत सुंदरदास का दिल्ली के सब्जी मंडी इलाके की केदारनाथ बिल्डिंग में भी 2000 गज में महंत का तीन मंजिला आश्रम है। इसके अलावा मीडिया में छपी खबरों के अनुसार महंत सुंदरदास के पास एक विमान, कई गाडि़यां और करोड़ों के आभूषण हैं।
सुंदरदास महाराज इस आश्रम के स्वयंभू महंत है। वे अपनी सत्ता से आसपास के इलाकों में, खासकर मांडोली गांव में भय के पर्याय माने जाते हैें। माली जाति के सुंदरदास महाराज को उनकी जाति के लोग मानते हैं, पर समय के साथ-साथ उसका प्रभाव एक व्यवस्था देने के कारण बढ़ा है। समाज में दीन-हीन से लेकर सक्षम लोगों को अपनी शरण में लेकर एक आभासी दुनिया का अहसास देकर वो भक्तों की नजरों में भगवान है। सुंदरदास महाराज ने अपने विशाल प्रांगण में एक दुनिया बसा रखी है। लोगों को अंदर की बात बाहर करने की मनाही है और वे अपनी आस्था से इसे जोड़कर देखते हैं। जाहिर है जिस रहस्य के साथ ये वैभवशाली आश्रम चल रहा है, वो कई सवाल खड़े करता है। इस इलाके में राम स्नेही संप्रदाय का प्रभाव है, और कई लोग सुंदरदास महाराज को राम स्नेही महाराज भी कहते हैंं।