शांतिकुंज पहुँचे विहिप के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु सदाशिव कोकजे
हरिद्वार, 14 मई; विश्व हिन्दू परिषद के नवनिर्वाचित अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री विष्णु सदाशिव कोकजे गायत्री परिवार प्रमुखद्वय डॉ. प्रणव पण्ड्या व शैल दीदी से भेंट परामर्श करने प्रातः 8.30 बजे गायत्री तीर्थ शांतिकुंज पहुँचे। यहाँ करीब चालीस मिनट तक चले भेंट में समाज के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। दोनों संस्थाओं के अग्रजों ने भारतीय संस्कृति के विस्तार के लिए मिलकर काम करने की बात कही।
अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉ पण्ड्या ने कहा कि पूज्य आचार्य जी संपूर्ण समाज के विकास की बात कहते रहे हैं। उन्होंने भारतीय संस्कृति को विश्वभर में फैलाने के लिए अनेक देशों की स्वयं यात्राएँ की और अपने साहित्य के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाया। विहिप भी भारतीय संस्कृति को जनजन तक पहुँचा रहा है। गायत्री परिवार व विहिप दोनों मिलकर इसे गति देने का काम रहा है। भविष्य में इसे और भी गति दी जायेगी।
इस अवसर पर न्यायमूर्ति श्री कोकजे ने कहा कि, “गायत्री परिवार जिस तरह संस्कृतिको बचाये रखने के लिए कार्य कर रहा है, अनुपम है। हमारे समाज में वैचारिक क्रांति लाने के लिए गायत्री परिवार को योगदान बहुत बड़ा है। गायत्री परिवार के संस्थापक पूज्य पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी ने प्रचुर मात्रा में सत्साहित्य व यज्ञ के माध्यम से समाज में जोजनजागरण के कार्य को प्रारंभ किया है, यह हमारी संस्कृति को बचाये रखने में कारगर है। उन्होंने सामाजिक समरसता व कुरीतियों को मिटाने का जो सूत्र दिया है, वर्तमान समय में उसकी जरूरत है। पूर्व राज्यपाल श्री कोकजे ने कहा कि अपने हरिद्वार प्रवास के दौरान गायत्री परिवार प्रमुखद्वय से शुभेच्छा व शुभकामना लेने आया हूँ, जिससे कि हमारा मार्गसुगम हो।
इस अवसर पर संस्था की अधिष्ठात्री शैलदीदी ने श्री कोकजे को मंगल तिलक लगाकर उनके उज्ज्वल भविष्य की मंगल कामना की। गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. पण्ड्या ने युगऋषि पूज्य आचार्य जी द्वारा रचित युगसाहित्य व शॉल ओढा़कर भेंटकर सम्मानित किया। इस दौरान विहिप के उच्चाधिकारी श्री दिनेश कुमार, श्री आलोक कुमार व दक्षिण भारत में गायत्री परिवार के समन्वयक श्री अश्वनी सुब्बाराव आदि उपस्थित रहे. इससे पूर्व शांतिकुंज पहुँचने पर व्यवस्थापक श्री शिवप्रसाद मिश्र, प्रज्ञा अभियान के संपादक श्री वीरेश्वर उपाध्याय, डॉ. बृजमोहन गौड़ आदि ने विहिप के अध्यक्ष श्रीकोकजे का स्वागत किया।