ठा. प्रियाकान्त जू मंदिर के कपाट 31 मार्च तक किए गए बंद
- कोरोना के चलते शुक्रवार संध्या आरती के बाद मंदिर में प्रवेश किया बंद
वृंदावन। कोरोना वायरस के फैलाव से बचाव के लिये ठा. श्री प्रियाकान्त जू मंदिर के कपाट 31 मार्च तक के लिये बंद कर दिये गये हैं। केवल ठाकुरजी की सेवा में संलग्न सेवायत पुजारी ही शिफ्ट में पूजा कार्य करेंगे।
आप सभी भक्तों को ठा. श्री प्रियाकान्त जू आरती के ऑनलाइन दर्शन सोशल मीडिया पर होते रहेंगे। शुक्रवार को मंदिर पर श्रद्धालुओं को सेनेटाईजर से हाथ साफ करवाने के बाद मास्क बाँटे गये। इसके बाद ही मंदिर में प्रवेश दिया गया।
शुक्रवार को पूज्य श्री देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज छत्तीसगढ़ से भागवत समापन पश्चात ठा. श्री प्रियाकान्त जू मंदिर पहुॅंचे। कोरोना से बचाव के क्रम में मंदिर प्रबंधन से चर्चा के बाद उन्होने श्रद्धालुओं को एकत्रित होने से रोकने के लिये मंदिर पट बंद करने का निर्णय लिया। संध्या आरती के पश्चात श्रद्धालुओं के प्रवेश पर 31 मार्च तक के लिये रोक लगा दी गयी।
विश्व शांति सेवा चैरीटेबल ट्रस्ट सचिव श्री विजय शर्मा जी ने जानकारी देते हुये बताया कि 31 मार्च तक सेवायत पुजारी ठाकुरजी की सेवा में शिफ्टवार रहेंगे । प्रतिदिन भगवान ठा. श्री प्रियाकान्त जू आरती का फेसबुक, यूट्यूब पर लाईव प्रसारण होता है । भक्तों के लिये यह ऑनलाइन दर्शन जारी रखे जायेगें । उन्होने कहा कि मंदिर परिसर में 31 मार्च तक प्रतिदिन सुबह सीमित संख्या में विप्रवर कोरोना वायरस से बचाव एवं विश्व शांति के लिये हवन-यज्ञ करेंगे ।
इससे पूर्व ठा. श्री प्रियाकान्त जू मंदिर पर पूज्य श्री देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज ने श्रद्धालुओं को मास्क बाॅंटें और उनसे मार्च तक सार्वजनिक स्थानों पर यात्राओं से बचने की अपील की । प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का स्वागत करते हुये उन्होने कहा कि कोरोना को हराने के लिये आम जनता को ही सबसे ज्यादा जिम्मेदारी निभानी है । बार-बार हाथ साफ करना तथा घर से बाहर निकलने पर मास्क का प्रयोग करना जरूरी है । हमें हिम्मत से कोरोना को हराना है ।
इस अवसर पर रवि रावत, जगदीश वर्मा, दीपक मुदगल, अजय दुबे, सुमित शर्मा आदि उपस्थित थे ।