Yin Yoga (यिन योग): मन और शरीर का बनायें संतुलन
योग के अभ्यास के ज़रिये हम आपने शरीर को पूरी तरह से संतुलित कर उसमें ज़रूरी सुधर कर सकते हैं. आज के इस युग में बदलती जीवन शैली के लिए योग करना बहुत ज़रुरी हो गया है। आधुनिक जीवनशैली के कारण कई तरह की स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं सेनिदान पाने के लिए योग का अभ्यास करना एक अच्छा माध्यम साबित हो सकता है। कई लोग मन की शांति और सुकून की तलाश में कहाँ कहाँ नहीं जाते पर वह आंतरिक शांति की प्राप्ति नहीं कर पाते है. मन की शांति के लिए आपको कहीं जाने की जरुरत नहीं है आप योग के द्वारा ही मन और शरीर को शांत बनाये रख सकते है, साथ ही प्रसन्न और स्वस्थ भी रह सकते है। शरीर का संतुलन बनाये रखने के लिए और शांति की प्राप्ति के लिए यिन योगा आपकी मदद करेगा. इसके लिए जानते है Yin Yoga (यिन योग) के बारे में
क्या है यिन योग
यिन योग आसन के साथ धीमी गति वाली योग शैली है. जो लंबे समय तक कार्य करती है. ने लोगों के लिए, यह 45 सेकंड से दो मिनट तक हो सकती है. इसके उपरांत अनुभवी योग साधकों के लिए यह योग साधना पांच मिनट या उससे अधिक भी हो सकती है.
यिन योगा की उत्पत्ति
यिन योगा की जड़ें भारत और चीन में फैली हुई हैं. जहाँ भारत में हठ योग का प्रचलन है वही पर चीन में Taoist योग की पद्धति अपनाई जाती है। चीन के Taoist योग की पद्धति में यिन योगा के पोस्चर्स को भी शामिल किया जाता है. जिसका उद्देश्य स्वास्थ्य सुधार के लिए प्रेरित करना होता है.
यिन योगा के लाभ
यिन योगा का अभ्यास करने से मन के साथ शारीरिक शांति भी प्राप्त होती है. साथ ही शरीर का संतुलन भी बनता है और इससे मन को भी संतुलित कर सकते है। यिन योगा तनाव और चिंता जैसी समस्याओं को कम करता है और शरीर को स्वस्थ भी रखता है, साथ ही इससे तनाव जैसी समस्या भी दूर हो जाती है। ब्लड सर्कुलेशन की वृद्धि करने में यिन योगा काफी मददगार होता है। यदि शरीर में फ्लेक्सिबिलिटी चाहते है तो इस आसन का अभ्यास करना उत्तम होता है क्योंकि यह आसन लचीलेपन में सुधार करने में सहायक होता है। यिन योगा आंतरिक अंगों को भी संतुलित करता है. यह आपको लंबे समय तक बैठने में मदद करता है। यिन योगा सम्पूर्ण जीवन को सक्रीय करने में मदद करता है, साथ ही यह उन लोगो के लिए भी अच्छा होता है जिनका मन चंचल होता है.
अन्य जानकारी
- यिन योग का अभ्यास फर्श पर या भी जमीन पर लेट कर भी कर सकते है।
- इसमें आपको खड़े होने की जरुरत नहीं होती है, इसे करते समय कोई चिंता मन में नहीं रखनी चाहिए।
- इसे धीरे धीरे किया जाता है. ताकि आप आराम का अनुभव कर सके. इस आसन का अभ्यास करते समय आराम दायक कपड़ो का चुनाव करे।