अमृतसर, 10 फरवरी; शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) ने शनिवार को अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर परिसर में Tik Tok वीडियो बनाने पर रोक लगा दी। यह कदम स्वर्ण मंदिर में श्रद्धालुओं के नाचते और गाते हुए टिक टॉक वीडियो वायरल होने के बाद उठाया है।
सिख धर्म से जुड़े मामलों में फैसला करने वाली शीर्ष समिति ने स्वर्ण मंदिर में पोस्टर लगाए हैं जिसमें श्रद्धालुओं को हरमंदिर साहिब में टिक टॉक वीडियो नहीं बनाने की चेतावनी दी गई है। यह फैसला अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के उस बयान के एक दिन बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि स्वर्ण मंदिर परिसर में श्रद्धालु टिकटॉक वीडियो बनाना जारी रखेंगे तो फोन पर प्रतिबंध लगाने पर विचार किया जा सकता है।
जत्थेदार ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा था, ‘‘ हम चाहते हैं कि स्वर्ण मंदिर में श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के आए और हम मोबाइल पर रोक जैसे कदम के पक्ष में नहीं हैं लेकिन जिस तरह से टिक टॉक वीडियो बनाने के मामले सामने आए हैं, मेरा मानना है कि भविष्य में परिसर में मोबाइल पर प्रतिबंध लगाने पर विचार किया जा सकता है।”
यह भी पढ़ें – भारत के प्रमुख सात गुरूद्वारे
बताते चलें कि सिख धर्म स्थल की संगमरमर से बनी चहारदीवारी पर लगे नोटिस बोर्डों में श्रद्धालुओं को तस्वीरें खींचने और वीडियो बनाने से निषिद्ध किया गया है। हालांकि, श्रद्धालु इसके बावजूद भी स्वर्णमंदिर को पृष्ठभूमि में रख कर ‘सेल्फी’ लेते हैं। स्वर्ण मंदिर के अंदर तीन लड़कियों द्वारा एक पंजाबी गाने की पृष्ठभूमि के साथ शूट किए गए एक टिकटॉक वीडियो के सोशल मीडिया पर फैलने के दो दिनों बाद जत्थेदार का यह बयान आया है। लड़कियों की पहचान करने के लिए एक पुलिस शिकायत दर्ज कराई गई हैं।पिछले कुछ समय में इस तरह की यह दूसरी घटना है। इससे पहले जनवरी में एक लड़की के खिलाफ एक पुलिस शिकायत दर्ज कराई गई थी। उस पर आरोप लगाया गया कि उसने दरबार साहिब परिसर के अंदर एक नृत्य वीडियो शूट कर सिखों की धार्मिक भावनाओं को आहत किया हैं। बाद में लड़की को माफी मांगनी पड़ी थी।