दृष्टिदान ही महादान : 20 चिकित्सकों के दल ने अब तक किये 300 से अधिक मोतियाबिन्द के सफल आपरेशन
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दृष्टिदान ही महादान : 20 चिकित्सकों के दल ने अब तक किये 300 से अधिक मोतियाबिन्द के सफल आपरेशन
1100 से अधिक रोगी करा चुके पंजीयन
निःस्वार्थ सेवा ही परम धर्म -पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती
परमार्थ निकेतन, गंगा तट पर आकर चिकित्सा सेवायें प्रदान करने का अद्भुत अनुुभव रहा यह स्थान शान्तिदायक है-डॉ मनोज पटेल पिटसबर्ग, अमेरीका
ऋषिकेश, 27 नवम्बर। परमार्थ निकेतन आश्रम द्वारा संचालित स्वामी शुकदेवानन्द चेरिटेबल अस्पताल में 10 दिनों से मोतियाबिन्द आपरेशन एवं नेत्र चिकित्सा शिविर चल रहा है जिसमें परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने दीप जलाकर चिकित्सकों को संकल्प को सेवा ही धर्म है संकल्प कराया। परमार्थ निकेतन, स्वामी शुकदेवानन्द चेरिटेबल अस्पताल के चिकित्सक डॉ रवि कौशल ने बताया कि इस चिकित्सा शिविर में पिटसबर्ग, आस्टेलिया एवं अमेरिका से आये 20 चिकित्सकों के दल ने अब तक 300 से अधिक मोतियाबिन्द के सफल आपरेशन किये तथा विभिन्न क्षेत्रों से आये 1100 से अधिक लोगों ने अपना पंजीयक कराया है उन्होने बताया कि चिकित्सा शिविर में आपरेशन अभी हो रहे है साथ ही शिविर में नेत्र से सम्बंधित अन्य समस्याओं का भी निदान किया गया तथा निःशुल्क चश्में एवं दवाईयां भी वितरित की जा रही है।
इस चिकित्सा शिविर में अभी तक हरिद्वार, भगवानपुर, रूड़की, नगीना, धामपुर, मुरादाबाद, पौड़ी, टिहरी, देहरादून एवं अन्य क्षेत्रों से रोगियों को चिकित्सा सुविधायें प्रदान की जा रही है। पिछले 16 वर्षों से आस्ट्रेलिया, अमेरीका एवं भारत के नेत्र चिकित्सकों द्वारा प्रतिवर्ष स्वामी शुकदेवानन्द चेरिटेबल अस्पताल, परमार्थ निकेतन में नेत्र चिकित्सा शिविर आयोजित किया जा रहा है और इसके परिणाम भी सुखद और आशाजनक प्राप्त हो रहे है।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने चिकित्सा टीम के सदस्यों को उनकी अमूल्य सेवा के लिये धन्यवाद देते हुये कहा कि ’निःस्वार्थ भाव से असमर्थ लोगो के लिये की गयी सेवा ही परम धर्म है। उन्होने कहा कि इसी तरह से जलता रहे सेवा का दीप तथा कहा कि ’दृष्टिदान ही महादान’ है। उन्होने चिकित्सा टीम के सदस्यों को शिवत्व का प्रतीक रूद्राक्ष का पौधा भेंट करते हुये ’सेवा ही धमऱ्’ का संकल्प कराया। चिकित्सकोेेें की टीम ने स्वामी जी के साथ वाटर ब्लेसिंग सेरेमनी सम्पन्न की ताकि सभी को स्वच्छ जल उपलब्ध हो सके। नेत्र रोग विशेषज्ञ एवं सर्जन डॉ मनोज पटेल पिटसबर्ग, अमेरीका तथा डॉ पूर्णिमा राय, आस्ट्रेलिया से परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश आये उन्होने यहां पर 10 दिनों तक लगातार दूर-दराज तथा विभिन्न पहाड़ी क्षेत्रों से आये लोगों का मोतियाबिन्द का आपरेशन कर रहे है और यह अनुभव किया कि उŸाराखण्ड राज्य में पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण चिकित्सा सुविधाओं को और बेहतर करने आवश्यकता है। उन्होने कहा की मैने पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज के मार्गदर्शन एवं प्रेरणा से परमार्थ निकेतन आकर सेवाये प्रदान की और इसके उपरान्त जो शान्ति का अनुभव हो रही है वह अद्भुत है। हम सभी स्वामी जी के साथ मिलकर इस राज्य में चिकित्सा के क्षेत्र में और अधिक उन्नति के लिये कार्य करेंगे तथा यहां पर स्थित अस्पतालों को और सुविधा सम्पन्न बनाने का पूरा प्रयास करेंगे। उन्होने कहा कि दिन भर गरीबों की सेवा आपरेशन के बाद सायंकालीन परमार्थ गंगा आरती से प्राप्त होने वाली दिव्यता को हमने यहां रहकर अनुभव कर रहे है। यह क्षण हमारे लिये अविस्मर्णिय है।’
चिकित्सा शिविर में डॉ मनोज पटेल, अमेरीका, डॉ पूर्णिमा राय, आस्ट्रेलिया श्रीमती वासवी पटेल, अमेरीका, डॉ डेविड, डॉ ऐलिस, डॉ स्टीव, डॉ माला, डॉ विवेक, डॉ इन्दर सिंघल, डॉ मनोज, डॉ जय कृष्णा, डॉ शिवानी कण्डवाल, डॉ कुलवन्त सिंह तथा तकनीकि सहायक प्रेमराज, प्रेमसिंह, रामपाल सिंह, अंजली, प्रमोद जोशी, शीतल तथा पैरामेडिकल कालेज के छात्रों द्वारा नेत्र शिविर में अपनी सेवायंे प्रदान कर रहे है।।